वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करके फंस गए हैं. उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उनके बयान पर न सिर्फ ऐतराज जताया है बल्कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के भी संकेत दिए हैं.
जनार्दन द्विवेदी के बयान से हुए विवाद पर सफाई देने कांग्रेस नेता अजय माकन गुरुवार को मीडिया के सामने आए. उन्होंने कहा कि पार्टी द्विवेदी के बयान से असहमत और निराश है और मोदी भारतीयता के प्रतीक नहीं हैं. उन्होंने भारतीयता को मोदी से जोड़ने की कड़ी निंदा की. अजय माकन ने यहां तक कहा कि जनार्दन द्विवेदी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि इस पर फैसला पार्टी लेगी.
गलत नीयत से लगाई गई खबर की हेडिंग: जनार्दन
इसके बाद जनार्दन द्विवेदी ने एक बार फिर अपने बयान पर सफाई दी. उन्होंने कहा, 'वहां (इंटरव्यू में) विषय चल रहा था कि कांग्रेस चुनाव क्यों हारी. मैंने कहा कि मोदी जी और बीजेपी जनता को यह समझाने में सफल हो गए कि वह भारतीयता के ज्यादा निकट हैं. एजेंसी ने जो खबर भेजी उसकी हेडिंग दे दी कि मैंने मोदी की तारीफ की. मुझे नहीं लगता कि इसमें मोदी की तारीफ है.'
दिल्ली में कांग्रेस की चुनाव कमान संभाल रहे माकन ने कहा, 'जनार्दन जी ने कल जो बयान दिया, उसका यह मतलब निकला कि मोदी की जीत भारतीयता की जीत है. हम इस तुलना की कड़ी निंदा करते हैं. गांधी, नेहरू और इंदिरा जी ने हमेशा भारतीयता की बात की है. हम सब उसी विचारधारा में यकीन रखते हैं.'
माकन ने कहा, 'अगर मोदी के भाषणों की बात करें या 2002 के दंगों में उनकी भूमिका की बात करें, तो कोई भी उन्हें भारतीयता का प्रतीक नहीं कह सकता. उनके सात महीनों के कार्यकाल में त्रिलोकपुरी, बवाना में दंगे हुए और दिल्ली में चर्च जलाए गए. रामजादा, घरवापसी और हिंदुओं को 10 बच्चे पैदा करने की सलाह दी गई. यह भारतीयता नहीं है.'
उन्होंने कहा, 'जनार्दन जी ने जो भी कहा है, पार्टी उससे सहमत नहीं है. मैं यहां पार्टी के महासचिव के तौर पर बैठा हूं और पार्टी की ओर से यह बात कह रहा हूं.'
जनार्दन द्विवेदी ने दी थी सफाई
गौरतलब है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी ने एक इंटरव्यू में वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की थी. हालांकि बाद में उन्होंने दावा किया कि उनकी बात को संदर्भ से अलग हटकर पेश किया गया.
कांग्रेस महासचिव द्विवेदी को एक न्यूज पोर्टल ने यह कहते हुए कोट किया कि मोदी ने एक नए युग की शुरुआत की है. द्विवेदी को कोट करते हुए लिखा गया, 'मोदी लोगों को यह समझाने में कामयाब रहे कि सामाजिक नजरिये से वह भारतीय नागरिकों के बेहद करीब हैं. उनकी जीत भारतीयता की जीत है.' हालांकि द्विवेदी ने बाद में पत्रकारों से कहा कि उन्होंने एक वस्तुपरक विश्लेषण में यह बात कही थी कि 2014 का चुनाव परिणाम मोदी या बीजेपी की जीत नहीं, बल्कि कांग्रेस की हार है.
मेरे जैसे लोग नहीं बदलते विचार
उन्होंने कहा कि मोदी और बीजेपी यह बात पेश करने में सफल रहे कि वे भारतीय लोगों के बेहद करीब हैं और उनकी जीत को भारतीयता की जीत के रूप में पेश किया. इस इंटरव्यू ने जब उनके भविष्य की कार्य योजना को लेकर अटकलबाजियों को जन्म दिया तो द्विवेदी ने कहा, 'मेरे जैसे लोग अपने विचार और निष्ठा नहीं बदलते. अगर ऐसा समय आया तो मैं दलगत राजनीति से अलग हो जाउंगा. यह अकल्पनीय है कि मैं कुछ और करूंगा.'