कांग्रेस ने करतारपुर साहिब का दौरा करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह, आशा कुमारी, रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा और जितिन प्रसाद शामिल हैं.
ये प्रतिनिधिमंडल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ करतारपुर साहिब जाएगा. 9 नवंबर को भारत करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेगा. इस दौरान पीएम मोदी भी डेरा बाबा नानक में पहुंचेंगे. 9 नवंबर को ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी अपनी तरफ से कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे.
Sources: Congress has constituted a delegation which will visit #KartarpurSahib along with Dr Manmohan Singh. Delegation includes Captain Amarinder Singh, Jyotiraditya Scindia, RPN Singh, Asha Kumari, R Surjewala, Deepender Hooda & Jitin Prasada. pic.twitter.com/hnldAdc40K
— ANI (@ANI) October 28, 2019
भारत के लिए क्यों मायने रखता है करतारपुर?
करतारपुर कॉरिडोर सिखों के सबसे पवित्र धर्मस्थलों में से एक है. करतारपुर साहिब सिखों के प्रथम गुरु, गुरुनानक देव जी का निवास स्थान था. गुरु नानक ने अपनी जिंदगी के आखिरी 17 साल 5 महीने 9 दिन यहीं गुजारे थे. उनका सारा परिवार यहीं आकर बस गया था. उनके माता-पिता का और उनका देहांत भी यहीं पर हुआ था.
इस लिहाज से यह पवित्र स्थल सिखों के मन से जुड़ा धार्मिक स्थान है. इस साल सिखों के सर्वोच्च गुरु नानक देव का 550वां प्रकाश उत्सव 12 नवंबर को मनाया जाएगा. ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए और भी मायने रखता है.
भारत-PAK के बीच समझौता
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले हफ्ते समझौता हुआ. दोनों देशों के अधिकारी जीरो प्वाइंट पर पहुंचे और वहां समझौते पर हस्ताक्षर किए. 24 अक्टूबर को दोनों पक्षों ने मुलाकात की और एग्रीमेंट पर साइन किए.