कांग्रेस ने मंगलवार को गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के हिन्दू आतंकवाद पर दिये गये बयान से अपने को अलग रखा और कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म और रंग नहीं होता.
कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, ‘आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. कांग्रेस आतंकवाद और किसी धर्म के बीच कोई जुड़ाव नहीं देखती है. पार्टी पहले भी यह स्पष्ट कर चुकी है कि आतंकवाद का कोई धर्म या रंग नहीं होता है. कांग्रेस कभी भगवा आतंकवाद या हिन्दू आतंकवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करती है.’
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि गृह मंत्री के जुबान से अनजाने में यह टिप्प्णी निकल गयी होगी क्योंकि वह मालेगांव और मक्का मस्जिद विस्फोट की जांच की बात कर रहे थे जिसमें संघ के करीबी संगठनों से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
यह पूछे जाने पर कि आखिर शिंदे ने हिन्दू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल क्यों किया, द्विवेदी ने कहा कि गृह मंत्री का यह इरादा नहीं रहा होगा. कांग्रेस का कोई नेता इरादे के साथ ऐसी चीज नहीं कह सकता. कभी कभी ऐसा होता है कि किसी व्यक्ति के मुंह से अनजाने में ऐसे शब्द निकल जाते हैं.
द्विवेदी ने यह भी कहा कि जहां तक केसरिया रंग का सवाल है तो यह रंग राष्ट्रीय ध्वज में भी है और कांग्रेस के झंडे में भी है. हमें केसरिया रंग पर कैसे आपत्ति हो सकती है. यह रंग तो हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है. इस विवाद को अब यहीं खत्म कर देना चाहिए.