पूर्व मुख्यमंत्री व कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) के अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी और बीजेपी के बीच वोटों के बंट जाने से ही कांग्रेस को पांच मई के विधानसभा चुनाव में 121 सीटें हासिल करने में मदद मिली.
येदियुरप्पा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यह कांग्रेस के पक्ष में सकारात्मक वोट नहीं है. तेईस ऐसी सीटें हैं जो कांग्रेस ने मतों के विभाजन के चलते जीती है.’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने शुरू होने के छह माह के अंदर डाले गए मतों में 10 फीसदी हासिल कर चुनाव आयोग से मान्यता प्राप्त करने के काबिल हो गयी है.
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने भले ही 40 सीटें जीती हो, लेकिन उसका मत प्रतिशत केवल 20 फीसदी है और इसकी तुलना में वाकई केजेपी की एक अच्छी उपलब्धि है. मुझे उम्मीद से भी ज्यादा लोगों का समर्थन मिला.’ उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2008 में बीजेपी को सत्ता में पहुंचाने में उन्हीं का हाथ था.
उन्होंने कहा, ‘जैसे मैंने बीजेपी को 2008 के चुनाव में 110 सीटें हासिल करने में मदद की, वैसे ही मैं केजेपी को तैयार करूंगा. यह एक चुनौती है लेकिन मैं इसे स्वीकार करता हूं और राज्य में घूम-घूमकर तथा लोगों का विश्वास जीतकर पार्टी को तैयार करूंगा.’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अब मैं अपनी पार्टी को मजबूत करने और अगले लोकसभा चुनाव के लिए उसे तैयार करने पर पूरा ध्यान लगाउंगा.’ बीजेपी की हार के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा. अब वह अपना आत्मनिरीक्षण करे.’