महाराष्ट्र, हरियाणा और अरुणाचल में कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है. इन चुनावों में कांग्रेस और भाजपा के कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी हुई है जिनके भाग्य का फैसला आज होना है.
कांग्रेस महाराष्ट्र और हरियाणा में सत्ता में बने रहते नजर आ रही है हालांकि उसे पिछली बार से कुछ कम सीटें मिलने की उम्मीद है. अरुणाचल प्रदेश में वह ‘‘क्लीन स्वीप’’ की ओर बढ़ रही है. महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों के अब तक मिले रुझानों के मुताबिक राज्य में कांग्रेस-राकांपा गठजोड़ 135 सीटों पर आगे चल रहा है. 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 145 के जादुई अंक से वह केवल दस सीटें कम है. कांग्रेस के उम्मीदवार 78 सीटों पर तो राकांपा उम्मीदवार 57 सीटों पर आगे चल रहे हैं. पिछले चुनाव में इस गठजोड़ ने 140 सीटों पर जीत दर्ज की थी. उधर राज ठाकरे के मनसे की उपस्थिति से प्रभावित भाजपा-शिवसेना गठजोड़ केवल 100 सीटों पर आगे चल रहा है. शिवसेना 53 और भाजपा 47 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है.
मनसे ने 15 से अधिक सीटों पर बढ़त लेकर प्रभावशाली प्रदर्शन किया है जबकि तीसरा मोर्चा केवल दस सीटों पर आगे है. हरियाणा में कांग्रेस 44 सीटों पर आगे चल रही है. 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत से यह संख्या केवल दो कम है. कांग्रेस ने 2005 में यहां 67 सीटों पर विजय हासिल की थी. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जबर्दस्त विजय के बाद हरियाणा विधानसभा को समय से पहले ही भंग कर दिया गया. पिछले विधानसभा चुनाव में नौ सीटें जीतने वाली इनेलोद 25 सीटों पर बढ़त लिये हुए है. अरुणाचल प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस 24 सीटों पर आगे चल रही है. पार्टी तीन सीटें जीत चुकी है. इनमें मुख्यमंत्री दोरजी खांडू की सीट भी शामिल है, जो निर्विरोध जीते हैं.
मुख्य अंश
1. नारायण राणे, छगन भुजबल, अशोक चव्हाण आगे
2. विनोद कांबली अपने चुनाव क्षेत्र में पीछे चल रहे हैं
3. राज ठाकरे की पार्टी को विधानसभा में 10 से अधिक सीट मिलने की उम्मीद
4. राष्ट्रपति के बेटे राजेंद्र शेखावत अमरावती से जीत के लिए संघर्ष कर रहे हैं
5. हरियाणा: कांग्रेस और आईएनएलडी के बीच कड़ा संघर्ष
6. महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस का होगा: विलासराव देशमुख
7. महाराष्ट्र: घाटकोपर पश्चिम से पूनम महाजन पिछड़ीं
8. युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह पंचकुला से पीछे चल रहे हैं
9. महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को स्पष्ट बढ़त
10. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बड़ी ताकत के रूप में उभरी