झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सरकार से समर्थन वापस ले लेने के बाद झारखंड में सरकार बनाने की चाबी अब कांग्रेस के हाथ में है. कांग्रेस फिलहाल झामुमो के साथ बातचीत कर रही है और लगातार उसके संपर्क में है. कांग्रेस नेता प्रदीप बालमुचू को इसी मामले में रांची भेजा गया है.
वहीं, भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कहा गया है कि कांग्रेस यदि झारखंड में सरकार बनाना चाहती है तो वह खुलकर सामने आए. कांग्रेस के सूत्रों ने जानकारी दी है कि केंद्र की ओर से झारखंड के हालातों पर पूरी नजर रखी जा रही है. झारखंड में सरकार बनाने के तमाम प्रयास किए जाएंगे. यदि सभी संभावनाएं खारिज हो गईं तो फिर वहां विधानसभा को भंग कर दिया जाएगा. इसके बाद वहां चुनाव ही एकमात्र विकल्प रह जाएंगे.
शिबू सोरेन की पार्टी ने झारखंड सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. इससे राज्य में अर्जुन मुंडा सरकार अल्पमत में आ गई है. अर्जुन मुंडा ने कहा है कि मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. यदि राज्य को एक स्थाई सरकार चाहिए तो फिर से चुनाव कराए होने चाहिएं.