बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के एक बैनर ने बवाल खड़ा कर दिया है. बग्गा ने दिल्ली के प्रमुख चौराहों समेत बीजेपी दफ्तर के बाहर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 'फादर ऑफ मॉब लिंचिंग' बताने वाले पोस्टर लगवाए हैं. जिसका जवाब मुंबई कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए पोस्टर लगा कर दिया.
अपने विवादास्पद बयानों के वजह से चर्चा में रहने वाले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने स्वयं अपने ट्विटर अकाउंट से दिल्ली में अपने द्वारा लगवाए गए पोस्टर का वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने लिखा 'हां राजीव गांधी फादर ऑफ मॉब लिंचिग थे.'
Yes Rajiv Gandhi is Father of Mob Lynching pic.twitter.com/8OAw7vOn2X
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) August 27, 2018
बग्गा की तरफ से शुरू किए गए इस पोस्टर वॉर पर कांग्रेस प्रवक्ता प्रणव झा ने ट्विटर अकाउंट पर इन दोनों पोस्टर को साझा करते हुए लिखा ' प्रिय बीजेपी देखिए आपमें और कांग्रेस में क्या अंतर है, कुछ समय इंतजार करें, जनता आपके अहंकार और नफरत का उचित जवाब जल्द ही देगी, संस्कारों का फर्क!'
Dear @BJP4India please see what makes @INCIndia different from you. Kindly wait; very soon people are going to give you a befitting reply for your arrogance and hatred.
संस्कारों का फ़र्क़ ! pic.twitter.com/bkuCUZvbq6
— pranav jha (@pranavINC) August 28, 2018
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने टिप्पणी करते हुए ट्वीट में लिखा ' कांग्रेस का संस्कार उन दिवंगत प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने का है जो 2002 के दंगों के दौरान कुछ खास नहीं कर पाए. वहीं बीजेपी दफ्तर के बाहर देश के लिए जान देने वाले दिवंगत प्रधानमंत्री के बारे में घृणित पोस्टर हमारे सामने है. यह बीजेपी की तुच्छ मानसिकता को दर्शाता है.'
While Congress culture has been to pay homage to a deceased PM who was unable to do much when 2002 happened.
On the other hand we have a despicable poster outside BJP office denigrating a deceased PM who lost his life in service to the nation.
Reflects BJP’s petty mindedness
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) August 28, 2018
गौरतलब है कि मॉब लिंचिंग पर संसद में हुई बहस में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि देश में सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग की घटना 1984 में हुई थी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सिख दंगों पर लंदन में बयान दिया था, जिसमें उन्होंने दंगों में कांग्रेस पार्टी के शामिल होने से इनकार भी किया था. बाद में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राहुल गांधी के बयान का बचाव भी किया था.