वर्ष 2002 के गुजरात दंगों से मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को जोड़े जाने पर आपत्ति जताते हुए वरिष्ठ बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद नजमा हेपतुल्लाह ने कहा कि पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर कांग्रेस लोगों को डराने की कोशिश कर रही है.
नजमा ने कहा, ‘गुजरात में बीजेपी के राज में केवल एक दंगा हुआ था. उसके बाद से वहां अब तक कोई दंगा नहीं हुआ है. इतिहास गवाह है कि उसी गोधरा में कांग्रेस के शासनकाल में 400 दंगे हुए थे.’ वर्ष 2004 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘कांग्रेस खुद डरी हुई है और वह मोदी के नाम पर लोगों को डराने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस अब तक लोगों को डराकर ही राज करती आ रही है.’
'1984 दंगों के लिए किसी ने नहीं मांगी माफी'
राज्यसभा की पूर्व उप सभापति ने कहा, ‘मैं दंगों के लिये किसी को माफ नहीं कर रही हूं. लेकिन मोदी को दंगों से जोड़ना गलत है.’ वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के लिये मोदी के अब तक माफी नहीं मांगने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, ‘मोदी ने वर्ष 2002 के बाद गुजरात में दंगे नहीं होने दिये. यह बड़ी बात है.’ नजमा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘क्या वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों के लिये किसी ने माफी मांगी. इन दंगों के लिये किसी ने माफी नहीं मांगी.’
'टोपी पहनकर अल्पसंख्यकों को टोपी पहनाती है सरकार'
मोदी के मुस्लिम टोपी नहीं पहनने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘आज देश को टोपी नहीं, बल्कि रोटी चाहिये. कांग्रेस के नेता केवल दिखावे के लिये टोपी पहनते हैं. असल में वे ऐसा करके अल्पसंख्यकों को टोपी पहनाते हैं.’ नजमा ने कहा, ‘कांग्रेस ने गलत धारणा बनाकर रखी है कि जो नेता टोपी पहनेगा, वही धर्मनिरपेक्ष होगा और अल्पसंख्यकों का सहयोग करेगा.’
'कांग्रेस नेताओं ने पी है घोटालों की घुट्टी'
उन्होंने एक सवाल पर कहा, ‘कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बातों से गंभीरता नहीं झलकती. उन्होंने अब तक देश के सामने विकास का कोई ठोस खाका पेश नहीं किया है. मैंने भ्रष्टाचार और महंगाई के अहम मुद्दों पर उनके मुंह से एक लफ्ज भी नहीं सुना है.’ नजमा ने केंद्र सरकार पर भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए व्यंग्य किया, ‘घोटाले तो कांग्रेस नेताओं को घुट्टी में मिलाकर पिलाये गये हैं.’
'बीजेपी से जुड़ने पर मुसलमानों को होगा फायदा'
मध्य प्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिये भाजपा द्वारा मुस्लिम समुदाय के केवल एक नेता को टिकट देने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘ताली दोनों हाथों से बजती है. अगर मुसलमान आटे में नमक की तरह (मामूली तादाद में) बीजेपी से जुड़ेंगे, तो उन्हें उतना ही प्रतिनिधित्व मिलेगा. वे अगर बीजेपी से ज्यादा तादाद में जुड़ेंगे, तो उन्हें अपेक्षाकृत ज्यादा मौके मिलेंगे.’