प्रधानमंत्री मोदी 7 फरवरी, 2020 को बोडो समझौते को लेकर कोकराझार में होने वाले समारोह में शिरकत करेंगे. इस मौके पर मोदी बोडो समझौते के बारे में लोगों को संबोधित करेंगे. समझौते पर 27 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए गए थे. कोकराझार में प्रधानमंत्री के स्वागत की बड़ी तैयारियां की गई हैं.
लाखों दिए जलाकर लोगों ने जताई अपनी खुशी
बोडो शांति समझौते के स्वागत में असम के कोकराझार जिले में लोगों ने लाखों दिए जलाकर अपनी खुशी जाहिर की. पीएम मोदी के स्वागत में कोकराझार दियों की जगमगाहट से खिल रहा है. कोकराझार की यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी पहुंच चुकी हैं. आजतक की रिपोर्ट को पीएम मोदी ने भी शेयर किया है.
A new dawn, fresh vigour and renewed hope in Assam!
The Bodo Accord will help the youth fulfill their aspirations. https://t.co/GarBiaT7Pm
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2020
इस मामले में अहम है पीएम मोदी का यह असम दौरा
देश में नागरिकता संशोधन कानून लागू होने और एनआरसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार नॉर्थ-ईस्ट के किसी राज्य का दौरा कर रहे हैं. ऐसे में यह देखना भी अहम होगा कि उनके इस दौरे पर राज्य से कैसी प्रतिक्रियाएं आती हैं, क्योंकि पूर्वोत्तर में एनआरसी और सीएए को लेकर काफी नाराजगी उभर कर सामने आई थी. हालांकि आज कोकराझार में पीएम के स्वागत में लोगों ने दीप जलाकर अपनी खुशी जाहिर की है.
Thank you Kokrajhar! I am eagerly awaiting tomorrow’s programme. https://t.co/8oxrP0v969
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2020
सीएम बोले शांति समझौता असम के विकास में करेगा मदद
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि बोडो शांति समझौता असम के विकास की दिशा में मददगार साबित होगा. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का इस समझौते के लिए राज्य के लोगों की ओर से आभार जताया. वहीं सोनोवाल ने कांग्रेस की आलोचना को उसकी हताशा का प्रतीक बताया.
बोडो शांति समझौते के लिए मोदी और शाह का आभार
असम के मुख्यमंत्री ने समारोह की पूर्व संध्या पर इंडिया टुडे से खास बात की. सोनोवाल ने कहा कि वे शांति समझौते को अमल में लाने के लिए पीएम और गृह मंत्री का आभार जताते हैं. मुख्यमंत्री के मुताबिक 'ये कदम उठा कर मोदी ने पूर्वोत्तर का उत्थान किया है. पीएम और गृह मंत्री दोनों ने इस मुद्दे को गंभीरता के साथ लिया, यही वजह है कि समाधान सामने आ सका. ये आसान काम नहीं था. पचास साल से विभिन्न सरकारें असम में राज करती रहीं लेकिन किसी ने भी यह कदम नहीं उठाया जो अब उठाया गया. यह ऐतिहासिक लम्हा है. अगर पूर्वोत्तर विकास करेगा तो पूरा देश विकास करेगा.'
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कांग्रेस पर निशाना
बोडो समझौते पर कांग्रेस के बयानों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, 'ये पार्टी 55 साल तक केंद्र में सत्ता में रही लेकिन कोई अहम बदलाव नहीं ला सकी. वो जो कह रहे हैं वो सब उनकी हताशा को झलका रहा है.'
पीएम मोदी का 7 फरवरी को असम दौरा
जापान दौरा रद्द करना और 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के बावजूद 7 फरवरी को पीएम मोदी के असम आने पर सोनोवाल ने कहा, 'असम के लोगों ने उन्हें 7 फरवरी को राज्य में आने का न्योता दिया. असम के लोगों के लिए शांति समझौता बहुत बड़ी बात है. पीएम को न्योता देना हमारा अपना फैसला था. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. पीएम मोदी पूर्वोत्तर के लोगों की आवाज और जरूरतों को समझते हैं.'
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असम 2021 चुनाव
2021 में असम विधानसभा चुनाव को लेकर सोनोवाल ने विश्वास जताया कि बीजेपी पर ही राज्य की जनता विश्वास जता कर दोबारा सत्ता में भेजेगी.