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केजरीवाल के मुद्दे पर मतभेद के बीच ममता से मिले कांग्रेस नेता अहमद पटेल

कांग्रेस बीजेपी और उसके समर्थकों के अलावा समूचे विपक्ष की एकजुटता की भी ख़बर देना चाहती थी. ऐसे में दिल्ली में केजरीवाल के मसले पर वह बीजेपी के खिलाफ बन रही एकजुटता को किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं करना चाहती है.

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एकजुट विपक्ष (फाइल फोटो)
एकजुट विपक्ष (फाइल फोटो)

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उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच गतिरोध पर मतभेद के बावजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से मुलाकात की. यह इस बात का संकेत है कि सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन में शामिल होने में कांग्रेस की दिलचस्पी हो सकती है.

ममता ने बंगला भवन में पटेल का गर्मजोशी से स्वागत किया, जो वहां फूल और फलों की बड़ी टोकरी लेकर पहुंचे थे. तृणमूल कांग्रेस के एक सूत्र ने बताया, 'ममता से अहमद पटेल की मुलाकात राजनीतिक महत्व रखती है क्योंकि संभावित तौर पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने उन्हें मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए कहा था. ममता बीजेपी के खिलाफ सभी दलों को एकजुट करने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं और स्पष्ट तौर पर कांग्रेस भी इसका हिस्सा बनना चाहती है.

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यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब धरना पर बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में ममता सामने आई हैं जबकि कांग्रेस आम आदमी पार्टी को लेकर अलग रुख अपनाए हुए है.

कांग्रेस ने ममता समेत गैर बीजेपी चार मुख्यमंत्रियों के साथ केजरीवाल से नहीं मिलने देने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल पर सवाल तो उठाया, लेकिन बाक़ी विपक्षी दलों के साथ मिलकर केजरीवाल का समर्थन करने के बजाय उन पर (केजरीवाल) जमकर हमला बोला.

इसलिए मिलने पहुंचे अहमद

इस मुद्दे पर ममता कह चुकी हैं कि संघीय ढांचे की रक्षा के लिए वह केजरीवाल के समर्थन में हैं, अब कांग्रेस क्यों नहीं साथ आ रही उनसे पूछिए. ममता के इसी रुख को भांप कर अहमद पटेल ने खुद जाकर ममता से मुलाकात की.

कांग्रेस का बीजेपी को संदेश

दरअसल, कांग्रेस फिलहाल बीजेपी और एनडीए को समूचे विपक्ष की एकजुटता का संदेश देते रहना चाहती थी. ऐसे में दिल्ली में केजरीवाल के मसले पर वह बीजेपी के खिलाफ बन रही एकजुटता को किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं करना चाहती है. शायद यही वजह रही होगी कि कांग्रेस ने अहमद पटेल के जरिये ममता बनर्जी के रुख को भांपते हुए फौरन तृणमूल की मुखिया से मिलकर किसी तरह की गलतफहमी को दूर करना ज्यादा मुनासिब समझा. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान अहमद पटेल ने ममता के साथ भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा की.

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गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल के धरने पर चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने खुलकर समर्थन दे दिया. शनिवार को केजरीवाल के आवास पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी और केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने केंद्र से तुरंत 'संकट' का समाधान करने को कहा था.

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