कांग्रेस नेता ब्रजेश कलप्पा ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, ‘मैं अनंत कुमार हेगड़े की मेडिकल जांच कराए जाने की अपील करता हूं, अगर वह फिट पाए जाते हैं तो उन्हें संविधान के तहत सजा दी जाए. संविधान के तहत उन्हें या तो पागलपन की सज़ा मिले अन्यथा उन्हें किसी मनोचिकित्सिक को रेफर किया जाए. तबतक के लिए उनकी सीट को खाली कर दिया जाए और वहां चुनाव कराए जाएं’.
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My humble request to @ombirlakota to have the sanity of @AnantkumarH examined at the earliest by a suitable psychiatrist. Under Article 102 of the Constitution, a mentally unsound person cannot function as MP. pic.twitter.com/gXHRFdGVcA
— Brijesh Kalappa (@brijeshkalappa) February 3, 2020
आपको बता दें कि एक कार्यक्रम में अनंत हेगड़े ने बयान दिया था कि महात्मा गांधी का सत्याग्रह सिर्फ एक ड्रामा था. उन्होंने से आंदोलन चलाया, वो अंग्रेजों की सहमति से चला था यही कारण रहा कि किसी अंग्रेज ने बड़े नेताओं को गिरफ्तार नहीं किया था.
अनंत हेगड़े के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेताओं ने आपत्ति जताई है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी आलाकमान की ओर से अनंत हेगड़े को इस बयान पर माफी मांगने की नसीहत दी गई है.
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आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने साधा निशाना
गौरतलब है कि अनंत हेगड़े के इस बयान पर विपक्ष की ओर से निशाना साधा गया था. कांग्रेस के जयवीर शेरगिल की ओर से कहा गया था कि जिन लोगों ने तिरंगे का अपमान किया है वो महात्मा गांधी को देशभक्ति सिखाने का काम ना करें. वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की ओर से संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन लोगों के साथ बैठते हैं, जो नाथूराम गोडसे को अपना गुरू मानते हैं.