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कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या से मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ

मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर ऐश्वर्या से उनके जुलाई 2017 में पिता नेता डीके शिवकुमार के साथ सिंगापुर दौरे को लेकर पूछताछ की जा रही है. शिवकुमार ने दावा किया था कि वो बिजनेस दौरा था. ED के मुताबिक ये दौरा जांच के रडार पर है.

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कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (IANS)
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (IANS)

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  • शिवकुमार और बेटी का जुलाई 2017 में सिंगापुर का किया दौरा ED के रडार पर
  • ED की कार्रवाई को बताया कांग्रेस ने 'राजनीतिक द्वेष की भावना से प्रेरित'

कांग्रेस के 'संकटमोचक' माने जाने वाले नेता डीके शिवकुमार की बेटी से मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से पूछताछ जारी है. एजेंसी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या को गुरुवार को दिल्ली में ED के मुख्यालय में बुलाया गया.

सूत्रों ने बताया कि ऐश्वर्या से उनके जुलाई 2017 में पिता के साथ सिंगापुर दौरे को लेकर पूछताछ की जा रही है. शिवकुमार ने दावा किया था कि वो 'बिजनेस दौरा' था. ED के मुताबिक ये दौरा जांच के रडार पर है. शिवकुमार की हिरासत 13 सितंबर को खत्म हो रही है. माना जा रहा है कि ED की ओर से शिवकुमार की हिरासत बढ़ाए जाने का आग्रह किया जाएगा.

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बता दें कि आयकर विभाग ने 2 अगस्त 2017 को शिवकुमार के खिलाफ जांच शुरू की थी. उनके वित्तीय सहायक एन चंद्रशेखर सुकापुरी के घर की तलाशी भी ली गई थी. एक अधिकारी ने बताया, 'संबंधित जगह से शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या के कैफे कॉफी डे लिमिटेड और साउल स्पेस से किए गए वित्तीय लेनदेन के बारे में जानकारी मिली. चंद्रशेखर से जब इस बारे में पूछताछ की गई तो 20 करोड़ रुपए शिवकुमार को ट्रांसफर किए जाने की जानकारी मिली जिसे सीसीडी की ओर से छुपे तौर पर ट्रांसफर किया गया.'  

शिवकुमार के खिलाफ ED की कार्रवाई को कांग्रेस ने 'राजनीतिक द्वेष की भावना से प्रेरित' बताया है. ED  की ओर से शिवकुमार के करीबी सहयोगी सचिन नारायण से भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ की जा चुकी है. सचिन नारायण और शिवकुमार जीउस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में 2014 तक कॉमन डायरेक्टर थे, साथ ही डॉलर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में भी.

सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसियों का मानना है कि शिवकुमार ने सचिन नारायण के बिजनेस का इस्तेमाल किया जिससे कि अधिकारियों को उनके बेहिसाबी नकद लेनदेन का पता लगाना मुश्किल हो. इसी सिलसिले में जीउस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को खड़ा किया गया. इसमें शिवकुमार डायरेक्टर बने और सचिन नारायण की पत्नी प्रियंका सचिन को भी एक डायरेक्टर बनाया.

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जांच एजेंसी का दावा है कि जीउस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से 2016-17 में दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव इलाके में एक फ्लैट खरीदा गया. तब तक शिवकुमार कंपनी से इस्तीफा दे चुके थे. फ्लैट खरीदने का मकसद बेहिसाबी नकदी को छुपाना था. छापे और तलाशी में परिसर से 1,37,36,500 रुपए की नकदी मिली थी.  

ED को शिवकुमार और सचिन नारायण के बीच कुछ वित्तीय लेनदेनों का भी पता लगाया. ED ने बीते साल सितंबर में शिवकुमार, नई दिल्ली के कर्नाटक भवन के कर्मचारी हुमंथैया और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.

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