कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष की तत्काल नियुक्त की मांग की है. उन्होंने कहा कि आंतरिक चुनाव कराकर वरिष्ठ पदों पर नियुक्ति से देश में कांग्रेस पार्टी की विश्वासनीयता मजबूत होगी.
शशि थरूर ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस (AIPC) के नेताओं ने कांग्रेस पार्टी और खासकर कांग्रेस कार्य समिति के वरिष्ठ नेताओं से अपील कर चुके हैं कि राहुल गांधी की इच्छा का फौरन पालन किया जाए.
Congress leader Shashi Tharoor: The urgent appointment of an interim President followed by internal elections to the senior leadership positions in the party will strengthen the credibility of the Congress nationwide. https://t.co/Dwb3Xz5HOu
— ANI (@ANI) August 4, 2019
बहरहाल, शशि थरूर ने अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष की तत्काल नियुक्ति की मांग ऐसे समय की है जब मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने पार्टी अध्यक्ष पद के लिए दो युवा नेता सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सुझाया है.
असल में, मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम का प्रस्ताव दिया है. मिलिंद देवड़ा ने कहा कि वो पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की इस बात से सहमत हैं कि नया कांग्रेस अध्यक्ष युवा, सक्षम और अनुभवशील होना चाहिए.
मिलिंद देवड़ा ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मेरे विचार से सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया में कांग्रेस अध्यक्ष बनने की योग्यता है. वो कांग्रेस को मजबूत करने में सक्षम हैं. साथ ही वो विपक्ष को भी मजबूत कर सकते हैं.'
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक
बता दें कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक 10 अगस्त को पार्टी मुख्यालय में होगी. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा हो सकती है. कांग्रेस की इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं, माना जा रहा है कि इसी बैठक में पार्टी के अगले अध्यक्ष पर फैसला हो सकता है.
कांग्रेस में जारी मौजूदा संकट के बीच राहुल गांधी इस बात पर अड़े हुए हैं कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नहीं बनेगा, जबकि उनकी बहन प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है. पार्टी के वरिष्ठ और युवा नेताओं के बीच जारी जोर-आजमाइश के बीच कांग्रेस नेतृत्वविहीन बनी हुई है.