नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह चाहें तो विरोध प्रदर्शन खत्म हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि यदि पीएम मोदी और अमित शाह कहें कि 'हम NRC का विचार छोड़ रहे हैं, NPR के लिए सूचनाएं नहीं ली जाएंगी और हर दरवाजे जाकर लोगों से यह नहीं कहा जाएगा कि आपके माता-पिता का जन्म कहां हुआ है और इसका सबूत दिखाइए'... तो विरोध प्रदर्शन खत्म हो जाएंगे. लेकिन वे (पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह) इस तरह का आश्वासन देने को तैयार नहीं हैं, यह उनके इरादे के बारे में बताता है. उनका इरादा भारत में रहने वाले लोगों की पहचान करना है.
Congress leader Shashi Tharoor: But they (PM Narendra Modi & Home Minister Amit Shah) are not prepared to give all those assurances & it says about their intent. Their intention is very much to identify people living in India. #CAA https://t.co/1N7eenoz1b
— ANI (@ANI) January 19, 2020
शशि थरूर पिछले रविवार को सीएए का विरोध कर रहे छात्रों, महिलाओं और अन्य लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया और शाहीन बाग स्थित प्रदर्शन स्थल पर गए थे. इस मौके पर उनके साथ दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और सीलमपुर के पूर्व विधायक मतीन अहमद भी थे.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, नागरिकता संशोधन कानून और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ इस लड़ाई में पार्टी छात्रों के साथ खड़ी है. थरूर ने इस मुद्दे पर ट्वीट भी किया. उन्होंने कहा, "शाहीन बाग की महिलाओं के साहस, जुनून और दृढ़ संकल्प को देखना शानदार रहा. इसमें बहुत बुजुर्ग दादियां भी शामिल हैं. वे शुरुआत से ही भूख हड़ताल पर हैं. उन सभी को उनकी पूरी प्रशंसा के साथ संबोधित किया."