कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कर्नाटक में लिंगायत मुद्दे से लेकर दलित आंदोलन, कावेरी विवाद और पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद आफरीदी के ट्वीट को लेकर आजतक के साथ अपनी राय साझा की. वडक्कन के मुताबिक कर्नाटक में लिंगायत समुदाय को धार्मिक समूह बनाए जाने की मंजूरी बीजेपी के लिए चुनावी मुद्दा हो सकता है, कांग्रेस के लिए नहीं. कांग्रेस ने सिर्फ लोगों की मांग को सम्मान दिया है. वहीं टॉम वडक्कन ने केंद्र सरकार पर दलितों को प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया.
'लिंगायत मसले पर अब केंद्र को लेना है फैसला'
लिंगायत विषय पर टॉम वडक्कन ने कहा, 'इतिहास गवाह है कि यह जब कर्नाटक का गठन हुआ था, तभी से लिंगायत समर्थन का मुद्दा चला आ रहा है और इस पर लोगों की संवेदनाएं बढ़ती जा रही हैं. कांग्रेस ने लोगों की मांग मानते हुए लिंगायत समुदाय को अलग धार्मिक समूह बनाए जाने की मंजूरी दी है. अब फैसला केंद्र को करना है. महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाके भी इस मुद्दे से जुड़े हैं.' वडक्कन के मुताबिक इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. इसका संबंध जनता की मांग से था, जिसे पूरा होना था. बीजेपी की तरह नहीं, जो वादे करती है, लेकिन उन वादों को कभी पूरी नहीं करती.
'आंदोलन में शामिल हुए दलितों पर हो रहा हमला'
दलितों के मुद्दे पर टॉम वडक्कन का कहना है कि भारत बंद में शामिल हुए लोगों पर अब हमला किया जा रहा है. इतने वर्षों के बाद भी दलितों को अत्याचार सहना पड़ रहा है. वडक्कन ने भारत बंद पर इंटेलिजेंस रिपोर्ट को फर्जी करार दिया. उन्होंने कहा कि असल में दलितों को पीटा जा रहा है, मारा जा रहा है. कोई समुदाय कब तक चुप रहेगा. अगर इंसान को तकलीफ होगी, तो उसकी प्रतिक्रिया भी निश्चित है. वडक्कन ने कहा कि गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में दलितों का उत्पीड़न हो रहा है. इसके बावजूद पीएम मोदी ने एक शब्द नहीं कहा.
'अब टाला नहीं जा सकता कावेरी मुद्दा'
टॉम वडक्कन ने कहा कि कावेरी विवाद को लंबे समय तक टाला नहीं जा सकता है. कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच ये एक संवेदनशील मुद्दा है. कावेरी प्रबंधन बोर्ड बनाए जाने के लिए तमिल एक्टर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
'ISI कर रही है PAK क्रिकेट टीम की कप्तानी'
शाहिद अफरीदी के ट्वीट पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा लगता है, पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की कप्तानी ISI कर रही है. इसीलिए क्रिकेटर्स ऐसे मसलों पर बातें कर रहे हैं, जिस पर उन्हें क्रेंदित नहीं होना चाहिए. खिलाड़ियों की अंतर्राष्ट्रीय पहचान होती है, उन्हें न्यूट्रल होना चाहिए.