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सरकार पर तंज कसने को कांग्रेस नेताओं की नारों की जुगलबंदी

राजबब्बर बोले कि हम चाह रहे थे कि संसद में प्रधानमंत्री आएं तो जो जवान मरे है उनको श्रद्धांजलि दे सकें, यह उनका फर्ज बनता है. लेकिन वह नहीं आए. राजबब्बर ने पीएम पर तंज कसते हुए नारा दिया कि 'चोर मचाए शोर', यह नारे के पीछे राजबब्बर का तर्क था कि पीएम बहुत चिल्लाते है.

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राजबब्बर का पीएम पर तंज
राजबब्बर का पीएम पर तंज

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कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि जनता का नारों से किस तरह का नाता है और कैसे हर मुद्दे पर नारा तैयार हो जाता है. कांग्रेस नेता राजबब्बर, प्रमोद तिवारी, डॉ. संजय सिंह ने अपने अपने अंदाज में अभी के राजनीतिक हालात पर दिलचस्प नारे बताए.

'चोर मचाए शोर'

राजबब्बर बोले कि हम चाह रहे थे कि संसद में प्रधानमंत्री आएं तो जो जवान मरे है उनको श्रद्धांजलि दे सकें, यह उनका फर्ज बनता है. लेकिन वह नहीं आए. राजबब्बर ने पीएम पर तंज कसते हुए नारा दिया कि 'चोर मचाए शोर', यह नारे के पीछे राजबब्बर का तर्क था कि पीएम बहुत चिल्लाते है.

'सरकार सारी मस्त है'

कांग्रेस नेता संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री को हाउस में आकर बयान देना चाहिए था, वो नहीं आए इसलिए नारों के जरिये जनता की आवाज निकल रही है. संजय सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए 'सरकार सारी मस्त है, राम नाम सत्य है' का नारा दिया.

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'कालेधन का ऑफर'

वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने जनता के कई नारों को बताया. तिवारी बोले की जनता का पैसा जनता का दो, कालेधन का ऑफर है 50-50. प्रमोद तिवारी ने कहा कि ये सभी नारे नहीं है बल्कि जनता का दर्द है.

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