राजस्थान की राजधानी जयपुर में पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने इशारों-इशारों में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमें संसद और इसकी प्रणाली पर विश्वास करना होगा और भारत की संवैधानिक संस्थाओं के स्वतंत्र रूप से कार्य करने की उम्मीद की जाती है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग और सीबीआई से बिना दबाव के काम करने की अपेक्षा की जाती है. पूर्व पीएम ने कहा कि संघीय ढांचे में सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, सीबीआई और सतर्कता आयोग जैसी अन्य संस्थाओं को संविधान के मुताबिक स्वतंत्र रूप से कार्य करना चाहिए.
मनमोहन सिंह ने जयपुर के जेके लक्ष्मीपत विश्वविद्यालय में कहा, 'लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमें सिद्धांतवादी, जानकार और दूरदर्शी नेताओं की आवश्यकता है. साथ ही संविधान में निहित मूल्यों की सुरक्षा के लिए राजनीतिक दलों की प्रतिबद्धता की भी आवश्यकता है.'
उन्होंने कहा, 'हमारी निरंतर एकता के लिए, सरकार को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और पर्यावरण प्रदान करना चाहिए.'
पूर्व पीएम ने कहा, 'हमें संसद और उसकी प्रक्रियाओं, सरकार और राष्ट्रपतियों के नियमों की सर्वोच्चता का सम्मान करना होगा. सरकार द्वारा समय-समय पर गठित विभिन्न आयोगों, सुप्रीम कोर्ट, भारत निर्वाचन आयोग, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, सीबीआई, सूचना आयोग और सतर्कता आयोग जैसी संघीय संस्थाओं से स्वतंत्र रूप से काम करने की उम्मीद की जाती है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे ऐसा करें.'
बता दें कि कांग्रेस सहित प्रमुख विपक्षी दल केंद्र सरकार पर चुनाव आयोग और सीबीआई जैसे संस्थानों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं.