नेता कब विवादित बयान दे दें इसका पता नहीं, और बवाल खड़ा होने के बाद कब उस बयान पलट जाएं इसका अनुमान और भी मुश्किल है. कांग्रेस के पूर्व महासचिव और राज्यसभा सांसद चौधरी बीरेंद्र सिंह अपने उस बयान से पलट गए हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि 100 करोड़ में राज्यसभा की सीट बिकती है.
अपने बयान पर सफाई देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया. उन्होंने कहा, 'मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. मैंने कहा था कि अब राज्यसभा और लोकसभा में सिर्फ करोड़पति पहुंच रहे हैं. गरीबों की फिक्र करने वाले कोई नहीं हैं.'
चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सिर्फ करोड़पतियों को राज्यसभा की सीट न मिले.
गौरतलब है कि चौधरी बीरेंद्र सिंह ने खुलासा किया है कि 100 करोड़ में राज्यसभा की सीट बिकती है. बीरेंद्र सिंह ने अपनी ही पार्टी पर जमकर भड़ास निकाली है और आरोप लगाए हैं कि कुर्सी काबलियत से नहीं बल्कि दान से मिलती है.
वहीं सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस पार्टी चौधरी बीरेंद्र सिंह से इस विवादित बयान पर जवाब मांग सकती है.
गौरतलब है कि बीरेंद्र सिंह ने दावा किया था कि उनका रेलमंत्री बनना लगभग तय था लेकिन आखिरी मौके पर उनका पत्ता साफ हो गया. बीरेंद्र सिंह ने कहा, 'रेलमंत्री के लिए नाम तय हो गया था, चिट्ठी आ गई थी राष्ट्रपति की, लेकिन रेफरी ने सीटी बजा दी.'
चौधरी बीरेंद्र सिंह लंबे समय से हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राजनीति की कब्र खोदने में जुटे हुए हैं. जींद की रैली में सोनिया गांधी के सामने शक्ति प्रदर्शन करके चौधरी साहब अपनी राजनीति के उजड़े हुए चमन में गुल खिलाना चाहते हैं, लेकिन जज्बात की पटरी पर जुबान की रेल ऐसी चली कि पंजे वाली पार्टी का कंठ सूख गया है.