कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के बयान पर विवाद पैदा हो गया है. केरल कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लपल्ली रामचंद्रन ने कहा है कि कांग्रेस कोई अनाथ पार्टी नहीं है. शशि थरूर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर 'स्पष्टता की कमी' से पार्टी को नुकसान हो रहा है.
शशि थरूर के इस बयान पर केरल कांग्रेस ने असहमति जताई है. केरल कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लपल्ली रामचंद्रन ने कहा है कि कांग्रेस अनाथ पार्टी नहीं है. मुल्लपल्ली रामचंद्रन ने कहा, "मुझे उनके बयान के पीछे का तर्क समझ में नहीं आया, उन्हें अपने विचारों को उचित प्लेटफॉर्म पर रखना चाहिए था."
शशि थरूर ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि पार्टी की कमान किसी युवा नेतृत्व को सौंपे जाने की जरूरत है. शशि थरूर ने कहा कि कांग्रेस में सुधार का यही तरीका है कि CWC (कांग्रेस वर्किंग कमेटी) समेत पार्टी में सभी महत्वपूर्ण पदों के लिए चुनाव करवाया जाए, इन चुनावों में जीतने वाले नेताओं को स्वीकार्यता मिलेगी.
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पार्टी में पनपे माहौल पर निराशा जाहिर की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मौजूदा समय में हम जिस स्थिति का सामना कर रहे हैं, उसका कोई स्पष्ट उत्तर नजर नहीं आता. शशि थरूर ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को अब पार्टी की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी शशि थरूर के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि शशि थरूर ने एक आम कांग्रेसी की भावना को जाहिर किया है, हालांकि ये अनाथ होने जैसी कोई स्थिति नहीं है. केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जब राहुल गांधी ने इस्तीफा दिया था उस वक्त उन्होंने कहा था कि जब तक किसी और को पार्टी का अध्यक्ष चुन नहीं लिया जाता है, वे कांग्रेस का रोजाना का काम-काज देखने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि नया अध्यक्ष चुना जाना जरूरी है और कांग्रेस वर्किंग कमेटी इस काम के लिए उचित संस्था है.