बजट पेश होने के बाद गुरुवार शाम दिल्ली में कांग्रेस समेत 17 विपक्षी दलों की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने की. बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी दलों से राज्य के मुद्दों को अलग रखकर राष्ट्रीय मुद्दों पर एकजुटता दिखाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि एक विचारधारा के चलते दंगे-फसाद हो रहे हैं.
सोनिया गांधी ने ये भी कहा कि किसानों, दलितों, गरीबों और नौजवानों से सरकार ने वादाखिलाफी की है. साथ ही महंगाई बढ़ी है. सोनिया ने इन तमाम मुद्दों को लेकर सभी विपक्षी दलों से राष्ट्रीय स्तर पर संसद से सड़क तक उतरने की बात भी रखी.
इस मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने मीटिंग में कहा कि राज्यों में कई मसलों पर हमारे बीच सहमति नहीं होती है. वहां टकराव हो सकता है. लेकिन राष्ट्रीय मुद्दों पर सहमति बनाकर एकजुट हों.
मीटिंग के बाद कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने बताया कि विपक्ष की बैठक में 17 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया. उन्होंने बताया कि मीटिंग में ये बात रखी गई कि सभी को घृणा की सोच से सतर्क रहना होगा. साथ ही देश में जो दंगे और हिंसा हो रही है, उससे भी सतर्क रहने की जरूरत है.
गुलाम नबी ने बताया कि मौजूदा सरकार के दौर में संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है. वहीं, आर्थिक स्थिति गंभीर है और बेरोजगारी पर सरकार कुछ नहीं कर रही है, जबकि ये बड़ी चिंता है. मीटिंग में महंगाई के खिलाफ एकजुट होकर सड़क से संसद तक लड़ने का भी आह्वान किया गया.
कांग्रेस नेताओं के एकजुटता के आह्वान पर नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने उसे चेता भी दिया. उन्होंने कहा कि विपक्षी एकजुटता का फायदा उठाकर कांग्रेस राज्य की छोटी-बड़ी पार्टियों के इलाकों में सेंधमारी न करे.
इस बैठक में एनसीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, टीएमसी, समाजवादी पार्टी, आरजेडी, रालोद समेत तमाम दूसरे विपक्षी दलों के नेता बैठक में पहुंचे. बहुजन समाज पार्टी ने इस मीटिंग में शिरकत नहीं की.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे, राकांपा प्रमुख शरद पवार, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, राजद की मीसा भारती एवं जय प्रकाश नारायण यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, भाकपा नेता डी राजा तथा सपा के रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल, माकपा के मोहम्मद सलीम और टी के रंगराजन इस बैठक में शरीक हुए.
जदएस नेता कुपेंद्र रेड्डी, जदयू से अलग हुए नेता शरद यादव, रालोद के अजित सिंह, झामुमो के संजीव कुमार, एआईयूडीएफ के बदरुद्दीन अजमल, केरल कांग्रेस के जॉय अब्राहम आदि भी बैठक में मौजूद थे.