पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के संयोजक हार्दिक पटेल के दूत कांग्रेस से निर्णायक बातचीत करने के लिए दिल्ली में हैं. हालांकि बातचीत शुरू होने से पहले ही इन दूतों को उम्मीद है कि कांग्रेस से बात बन जाएगी. PAAS के नेताओं का मानना है कि बीजेपी की तुलना में कांग्रेस के इरादे नेक नजर आते हैं.
PAAS टीम के सदस्यों, दिनेश बमानिया और ललित बसोया, ने ‘आजतक’ से खास बातचीत में बताया कि कांग्रेस हाईकमान के बुलावे पर हम दिल्ली आए हैं और हम अपने सुझाव रखेंगे. दोनों सदस्यों ने कहा कि आरक्षण को लेकर जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला है, भारत के राज्यों में आरक्षण का जो फॉर्मूला है, उसके मद्देनजर हमने अपनी बाकी टीमों से बात की है. अपने कानूनी डिपार्टमेंट से बात की है. जो सुझाव सामने आए हैं उन्हें लेकर हम कांग्रेस हाईकमान से चर्चा करने दिल्ली आए हैं.
'कांग्रेस का इरादा नेक लगता है'
PAAS सदस्यों ने कहा कि हमें उम्मीद है कि कांग्रेस हमारी बात सुनेगी, कांग्रेस का इरादा नेक लगता है और आशा है कि इस मुद्दे का हल बैठक में निकल आएगा. PAAS सदस्यों ने बीजेपी पर डराने धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमने कई बार उनसे अपनी बात कहने की कोशिश की पर कोई फायदा नहीं हुआ. कांग्रेस के साथ चर्चा होगी कि कानून प्रक्रिया में क्या कमी है और क्या मुद्दे हैं. PAAS सदस्यों ने विश्वास जताया कि अगर कांग्रेस में इच्छाशक्ति होगी तो हमें आरक्षण जरूर मिलेगा.
आरक्षण के प्रतिशत की बहस में नहीं पड़ना चाहते
PAAS सदस्यों के मुताबिक वे परसेंटेज में नहीं पड़ना चाहते कि कितना आरक्षण मिलेगा? PAAS सदस्यों ने कहा, ‘हम परसेंटेज में नहीं पड़ना चाहते कि कितना प्रतिशत मिलेगा. हम चाहते हैं कि हमारे साथ, हमारे और भाइयों को भी आरक्षण मिले पर कितने प्रतिशत हमें आरक्षण मिलेगा. इसकी उलझन में हम नहीं पड़ना चाहते हैं.’
हम पटेल के वंशज है Dirty Politics में हम नहीं उलझेंगे
PAAS सदस्यों ने बीजेपी पर गुजरात की पॉलिटिक्स गंदा करने का आरोप लगाया. PAAS सदस्यों ने कहा कि बीजेपी की जमीन पैरों से खिसक रही है. हम सरदार पटेल के वंशज हैं और बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय की भाषा में हम जवाब नहीं देना चाहते हैं. बता दें कि मालवीय ने एक ट्वीट में कहा था कि लगता है कि हार्दिक पटेल में नेहरू का डीएनए ज्यादा है बजाए उसके कि जो कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया है. गोहिल ने कहा था कि पाटीदार समुदाय के युवा नेता हार्दिक पटेल में सरदार पटेल का डीएनए है.
बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं
PAAS सदस्यों ने कहा कि बीजेपी के पास मुद्दों का अकाल लगता है, तभी वे निजी मुद्दों पर चले गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी विकास की बातें करते हैं जो हुआ ही नहीं. इनको ये अहसास नहीं कि देश के पहले प्रधानमंत्री के बारे में कैसी बातें कर रहे हैं. ये सामंतवादी मानसिकता है. इन्होंने हमेशा बल और धक्काशाही से काम चलाया है और इसी तरह की राजनीति वे कर रहे हैं.
अपने नेताओं को भी सीडी स्कैम में घेर चुकी है बीजेपी!
एक सीडी जिसमें कथित तौर पर एक लड़की के साथ हार्दिक पटेल के होने का दावा किया जा रहा है, उस पर PAAS नेताओं ने कहा, ‘बीजेपी इसी तरह की ही रणनीति अपनाती है अगर उसे किसी को दबाना हो. हमें इस विषय पर सारे सबूत मिल गए हैं. यह पूरी मॉर्फ्ड CD है. गुजरात के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष से लेकर सीएम इस मामले में शामिल हैं. हम सब कुछ कोर्ट में पेश करेंगे लेकिन सार्वजनिक तौर पर सामने नहीं रखेंगे. हम इसे निजी लड़ाई नहीं बनाना चाहते. ये डर्टी पॉलिटिक्स बीजेपी ने शुरू की है, जो गुजरात में उसे भारी पड़ेगी. संजय जोशी से लेकर तमाम ऐसे लोग हैं जिनके साथ बीजेपी ने ऐसा किया है.'
हमारा समाज बोलेगा तो हम लड़ेंगे चुनाव
PASS सदस्यों ने कहा, ‘हमारा समाज बोलेगा, हमारी पार्टी के लोग बोलेंगे कि जाकर लड़ो तब हम जाकर चुनाव लड़ेंगे. शुक्रवार को कांग्रेस के साथ जो बैठक है वो आरक्षण के मुद्दे पर है. हमने कोई सीट नहीं मांगी है. हम अपनी संस्थाओं के शीर्ष लोगों से वापस गुजरात जाकर बात करेंगे. उसके बाद जो तय होगा उस पर ही अमल होगा.’