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जन आक्रोश रैली के बाद राहुल गांधी ने देखी 'अवेंजर्स: इन्फिनिटी वॉर'

राहुल के फिल्म देखने पर कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर ये टिप्पणी की- ‘1984 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद पार्टी के दो टॉप नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी दिल्ली के एक थिएटर में फिल्म देखने गए थे. ऐसे में अगर राहुल गाधी गुजरात चुनाव के बाद या फिर बड़ी रैली के बाद फिल्म देखने चले गए तो इसमें क्या गलत है.’

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राहुल गांधी (File Pic)
राहुल गांधी (File Pic)

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देश में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा ऐसी हो चली है कि पार्टियों के टॉप नेताओं को ‘24x7’ सक्रिय रहना पड़ता है. लेकिन नेता भी आखिर होते तो इंसान ही हैं. सियासी मैदान में दांवपेंच, ज़ुबानी जंग, इन सबके बीच नेताओं को भी कभी हल्के- फुल्के लम्हों की दरकार होती है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी रविवार को दिन में जन आक्रोश रैली को संबोधित किया और रात में थिएटर जाकर हॉलीवुड फिल्म ‘अवेन्जर्स : इन्फिनिटी वॉर’ देखी.   

राहुल के फिल्म देखने पर कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर ये टिप्पणी की- ‘1984 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद पार्टी के दो टॉप नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी दिल्ली के एक थिएटर में फिल्म देखने गए थे. ऐसे में अगर राहुल गाधी गुजरात चुनाव के बाद या फिर बड़ी रैली के बाद फिल्म देखने चले गए तो इसमें क्या गलत है.’

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बीते साल दिसंबर में कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से ही राहुल गांधी का बहुत व्यस्त कार्यक्रम चल रहा है. गुजरात चुनाव के कुछ ही महीने बाद कर्नाटक चुनाव. कर्नाटक में ‘जन आशीर्वाद यात्रे’ और अन्य दौरों के साथ राहुल दिल्ली में भी रहते हैं तो पार्टी संगठन की नियुक्तियां, नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात, रणनीति तैयार करने में व्यस्त रहते हैं. आगे भी राहुल का शेड्यूल ऐसे ही रहने वाला है.   

कई दिनों की तैयारी के बाद दिल्ली में रविवार को जन आक्रोश रैली को कामयाब मानते हुए राहुल ने राहत की सांस ली. फिर रात को दिल्ली के सत्यम आइनॉक्स थिएटर जाकर ‘अवेंजर्स : इन्फिनिटी वॉर’ देखी.  कभी-कभार वक्त मिलता है तो राहुल ‘अकीडो’, साइकिलिंग और जिम में भी पसीना बहा लेते हैं. फिट रहना जहां राहुल की व्यक्तिगत पसंद है वहीं लगातार व्यस्त कार्यक्रम की भागदौड़ से तालमेल बिठाने के लिए भी जरूरी है.

अपने को शिवभक्त बताने वाले राहुल ने जल्दी ही कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने का हाल ही में खुद ऐलान किया है. अप्रैल 2015 में राहुल केदारनाथ के दर्शन करने गए थे तो 10 किलोमीटर का रास्ता पैदल ही तय किया था. राहुल की फिटनेस का लोहा पार्टी के नेता ही नहीं एसपीजी के लोग भी मानते हैं.

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