कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर शुक्रवार को केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह मामला तो झलक भर है. आने वाले समय में कई मुखौटे उतरेंगे.
राहुल गांधी ने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट में कहा कि राफेल घोटाला मोदीजी के कारनामों की झलक भर है. सेना को लूटने के लिए उन्होंने चुनिंदा अफसरों, मंत्रियों, उद्योगपतियों का मोगैम्बो जैसा मकड़जाल बनाया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि सेना को अंदर से खोखला करने वाले इस मकड़जाल के तार मोदीजी और उनके मित्र उद्योगपतियों से जुड़े हैं. अभी कई मुखौटे उतरेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष ने जो खबर शेयर की है उसमें राफेल मामले को लेकर रक्षा मंत्रालय में हितों के टकराव का दावा किया गया है. इस खबर को लेकर राहुल गांधी ने जो आरोप लगाए हैं उस पर फिलहाल सरकार या बीजेपी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
पिछले कई महीनों से कांग्रेस और राहुल गांधी राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर सवाल खड़े करते आए हैं. उनका आरोप है कि यूपीए सरकार के समय विमान की तय कीमत के मुकाबले मोदी सरकार ज्यादा कीमत अदा कर रही है.
उनका आरोप यह भी है कि इस सौदे में ऑफसेट साझेदार के तौर पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को उपेक्षित रखा गया और रिलायंस डिफेंस को फायदा पहुंचाया गया है. सरकार की तरफ से कांग्रेस और राहुल गांधी के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया गया है. सरकार और राफेल विनिर्माता कंपनी दसॉ का कहना है कि यह सौदा पूरी तरह से नियमों के तहत किया गया है.
नोटबंदी को बताया सबसे बड़ा घोटाला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के रायसेन में एक रैली को संबोधित करते हुए नोटबंदी को सबसे बड़ा घोटाला करार दिया. उन्होंने कहा कि यदि नोटबंदी काले धन के खिलाफ लड़ाई थी तो लाइन में सिर्फ किसान, मजदूर और छोटे व्यापारी क्यों दिखे, सूट-बूट वाले क्यों नहीं दिखे.
मोदी ने 3.5 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिए. मनरेगा चलाने के लिए साल के 35 हजार करोड़ रुपए लगते हैं. ऐसे 10 मनरेगा के लिए उन्होंने 15 लोगों के 3.5 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिए. राहुल ने कहा कि राज्य के युवा खासकर यहां इस विधानसभा क्षेत्र के युवा कहते हैं कि मोदी जी यहां हमारी इंडस्ट्री बंद हो गई जो पहले था वो खत्म हो गई, रोजगार खत्म हो गए. यहां आपने कितना पैसा लगाया, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं.
राहुल गांधी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके ऑफिस गए और उन्होंने किसानों की कर्जमाफी की बात कही तो प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं बोला.