लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने की जिद पर अड़े राहुल गांधी अब सक्रिय होते नजर आ रहे हैं. केंद्रीय पास निर्गम सचिवालय के सूत्रों की मानें तो 2004 से शुरू अपने अब तक के संसदीय सफर में बगैर निजी सचिव (पीएस) के रहे राहुल गांधी ने अपने पीए कौशल विद्यार्थी को पीएस बनाने के लिए आवेदन दिया है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को केंद्रीय पास निर्गम सचिवालय के दफ्तर पहुंचकर विद्यार्थी को अपना पीएस बनाने की अर्जी दी. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने अब तक किसी को अपना पीएस नियुक्त नहीं किया था. वे जरूरत पड़ने पर अपनी मां सोनिया गांधी के पीएस राजबीर सिंह का सहारा ले लिया करते थे.
कौशल और राजबीर भी थे साथ
राहुल गांधी को सांसद बनने के बाद इस तरह से पास निर्गम सचिवालय जाते कभी नहीं देखा गया. उनके अचानक सचिवालय जाने और उनकी गाड़ी में दो और लोगों के देखे जाने से यह चर्चा शुरू हो गई कि राहुल गांधी आखिर किसलिए गए. उनकी गाड़ी में कौशल विद्यार्थी और राजबीर सिंह थे.
विद्यार्थी के 'कौशल' की संसद में होगी परीक्षा
संसद में कौशल अब आधिकारिक तौर पर सांसद राहुल गांधी के पीएस की भूमिका में होंगे. कौशल पहले से ही राहुल गांधी के पीए की भूमिका में रहे हैं. राहुल गांधी के दफ्तर में कौशल को कम बोलने वाला, मृदुभाषी, सबसे ज्यादा व्यावहारिक और चीजों को सबसे जल्दी समझने वाला माना जाता है. सादगी से रहने वाले कौशल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद स्वदेश लौटकर राहुल गांधी से जुड़े थे. वे हिंदी और अंग्रेजी भाषा पर बराबर पकड़ रखते हैं. कौशल की परीक्षा अब संसद में राहुल गांधी के पीएस के तौर पर होगी.