हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने AIMIM अध्यक्ष ओवैसी को उनके ही गढ़ में घेरा. राहुल ने ओवैसी की नीतियों पर सवाल उठाये और उनकी विचारधारा को नफरत वाली बताया. तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए आक्रामक प्रचार की जमीन तैयार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ओवैसी बीजेपी की 'नफरत की विचारधारा' को साझा करते हैं.
उन्होंने कहा कि ओवैसी बीजेपी के साथ नफरत और बांटने वाली विचारधारा के साझीदार हैं, और दोनों पार्टियों की सोच एक जैसी है. कांग्रेस अध्यक्ष का असदुद्दीन ओवैसी पर ये पहला सीधा और तीखा हमला है.
चारमीनार से ही राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी हमला किया. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री और उनके अनुयायी नफरत फैलाने और देश को बांटने में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में दलित, आदिवासी, मुसलमान, महिलाएं और अन्य कमजोर वर्ग के लोग नफरत की इस विचारधारा से भयभीत हैं.
राहुल ने कहा, "यह देश किसी एक धर्म या जाति या क्षेत्र का नहीं है. यह सभी लोगों का देश है." उन्होंने कहा कि देश का संविधान हर भारतीय को शांतिपूर्वक रहने का अधिकार देता है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने तेलंगाना सरकार पर भी सियासी तीर छोड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, टीआरएस और एआईएमआईएम मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने नोटबंदी का समर्थन किया था, जबकि दुनियाभर के अर्थशास्त्रियों ने इस सबसे बड़ी भूल बताई है.
कांग्रेस अध्यक्ष हैदराबाद के चारमीनार पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की याद में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत कर रह थे. राहुल ने यहा सांप्रदायिक सद्भावना को बढ़ावा देने के मकसद से सद्भावना यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया.