scorecardresearch
 

HAL दफ्तर पहुंची राफेल की जंग, बेंगलुरु में कर्मचारियों से मिलेंगे राहुल

HAL ऑफिस के सामने राहुल गांधी लगभग 100 कर्मचारियों से मुलाकात करेंगे. राहुल गांधी यहां कर्मचारियों से ये जानने की कोशिश करेंगे कि राफेल डील ना मिलने पर वे क्या सोचते हैं.

Advertisement
X
बेंगलुरु स्थित HAL ऑफिस के सामने की तस्वीर. (फोटो-Twitter/@INCKarnataka)
बेंगलुरु स्थित HAL ऑफिस के सामने की तस्वीर. (फोटो-Twitter/@INCKarnataka)

Advertisement

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल पर छिड़ी राजनीतिक जंग को लगातार हवा दे रहे हैं. इस कड़ी में राहुल गांधी आज बेंगलुरु में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के मुख्यालय के सामने प्रदर्शन करेंगे. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड भारत की सामरिक संपत्ति है, इस संस्थान से राफेल बनाने का ऑर्डर छीनकर इसे बर्बाद करने की कोशिश की गई है.

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'एचएएल भारत की सामरिक संपत्ति है, हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से राफेल का ऑर्डर छीनकर और इसे अलिन अंबानी को गिफ्ट कर भारत के एयरोस्पेस इंडस्ट्री के भविष्य को बर्बाद कर दिया गया है.'  राहुल ने लिखा, "आगे आइए भारत की रक्षा करने वालों की प्रतिष्ठा की रक्षा करिए, मैं एचएएल के कर्मचारियों के साथ खड़ा होने के लिए बेंगलुरु में हूं. मेरे साथ एचएएल मुख्यालय के सामने आइए."

Advertisement

कर्नाटक कांग्रेस के प्रवक्ता रवि गौड़ा ने कहा कि राहुल जानना चाहते हैं कि इस सौदे के हाथ से जाने के बाद एचएएल के कर्मचारी कैसा महसूस करते हैं. राहुल गांधी यहां पर एचएएल के कुछ कर्मचारियों से भी मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि एचएएल की ओर से अपने स्टाफ को सलाह दी गई है कि नौकरी की सेवा शर्तों के मुताबिक वे राहुल गांधी से मुलाकात नहीं करें. फिर भी कुछ कर्मचारी और एचएएल के रिटायर्ड स्टाफ राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं.

बता दें कि राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हैं. गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने इस मामले में पीएम मोदी को भ्रष्ट की संज्ञा दी थी. राहुल ने फ्रांसीसी वेबसाइट मीडियापार्ट की रिपोर्ट के आधार पर पीएम को 'करप्ट' बताया और उनसे पद छोड़ने की मांग की. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक खास निजी रक्षा कंपनी को इसमें शामिल करना 'अनिवार्य और बाध्यकारी' शर्त रखी गई थी.

Advertisement
Advertisement