मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की जीत के बाद कांग्रेस के हौसले बुलंद है और 2019 के लिए महागठबंधन को भी बल मिलने लगा है. सोमवार को तीनों राज्यों में हो रहे शपथ ग्रहण समारोह के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बस में विपक्षी नेता एक साथ नजर आए.
माना जा रहा है कि 2019 में कांग्रेस इन्हीं विपक्षी दलों के साथ एकता के जरिए नरेंद्र मोदी को मात देने की रणनीति पर काम कर रही है. ऐसे में राहुल के साथ विपक्ष के नेताओं की ये तस्वीर बीजेपी को परेशान कर सकती है.
देश के तीन राज्यों में सोमवार को कांग्रेस की सरकार बन रही है. अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हैं. कमलनाथ मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का जिम्मा संभालेंगे तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश बघेल की ताजपोशी भी होगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तीनों शपथ ग्रहण समारोहों में हिस्सा लेंगे. राहुल जयपुर पहुंचे और समारोह स्थल पर पहुंचने के लिए एक बस से निकले. कांग्रेस अध्यक्ष के साथ पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, एलजेडी नेता शरद यादव, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला समेत विपक्ष के कई अहम नेता नजर आए.
जबकि शपथ ग्रहण में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौडा, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, जेएमएम अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी नजर आए. हालांकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती कांग्रेस के इस समारोह में शामिल नहीं हुए.
गौरतलब है कि कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष दलों ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की थी. वहां अखिलेश से लेकर मायावती तक भी विपक्षी दलों के साथ नजर आए थे. इसके बावजूद कई ऐसे मौके आए जब विपक्षी नेताओं ने एक दूसरे पर हमले करते दिखे.
ऐसे में विपक्षी दलों को एक साथ लेकर राहुल गांधी तीन प्रदेशों का दौरा कर रहे हैं. माना जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह के जरिए राहुल गांधी का विपक्षी दलों को साथ लाने और नरेंद्र मोदी को अपनी सियासी ताकत का एहसास करने के मद्देनजर भी देखा जा सकता है.