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सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर एक और कदम, शिव-राम के बाद राहुल गांधी अब मां गंगा के सहारे

कांग्रेस अगले चुनाव में बीजेपी को उसके ही बड़े हथियार सॉफ्ट हिंदुत्व को हथियार बनाकर चुनावी समर में उतरने की तैयारी में जुट गई है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी एक के बाद एक भगवान की शरण में जा रहे हैं.

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल)
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल)

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पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी के इतिहास में अपने सबसे बुरे दिन देखने वाली कांग्रेस अगले साल होने वाले चुनाव से पहले खुद को पूरी तरह से बदलने में जुट गई है तो पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भी लगातार सियासी रंग बदलते नजर आ रहे हैं.

कांग्रेस और उसके मुखिया की कोशिश अगले आम चुनाव में जाने से पहले देश की बहुसंख्यक आबादी हिंदुओं को लुभाने की है. पार्टी सॉफ्ट हिंदू कार्ड खेलने का प्रयास कर रही है ताकि उसे 2014 वाला हश्र फिर से न देखना पड़े. साथ ही केंद्र में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को भी उनके ही कार्ड के सहारे मात दिया जा सके.

शिवभक्त और रामभक्त के बाद अब राहुल गांधी नदियों का जिक्र कर मां गंगा के सहारे एक और धार्मिक पहलू को छूने की कोशिश में लगते दिख रहे हैं. उन्होंने रविवार को किए गए ट्वीट में कहा कि नदियां हिंदुस्तान को जीवन देती हैं. नदियां हमारे बीते कल, हमारे आज और हमारे भविष्य का आइना हैं. डॉ. जीडी अग्रवाल (स्वामी सानंदजी) 101 दिनों से अविरल गंगा के लिए अनशन पर हैं. 2 अक्टूबर से गंगा सद्भावना यात्रा गोमुख से गंगासागर कूच करेगी. आप सब इसमें जुड़िए.

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यही नहीं राहुल गांधी अब खुलकर दुर्गा पूजा में भी शरीक होने जा रहे हैं. बहुत संभावना है कि राहुल अगले हफ्ते से शुरू हो रही दुर्गा पूजा पर मां दुर्गा का आशीर्वाद लेने कोलकाता जाएंगे. वैसे वह कई बार दिल्ली के रामलीला में शामिल होते रहे हैं.

चित्रकूट में रामभक्त

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद को शिवभक्त बताने के बाद पिछले हफ्ते चित्रकूट गए और वहां पर उन्हें रामभक्त बताया गया. रामभक्तों को साधने के लिए उन्होंने चित्रकूट में कामतानाथ मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की.

पितृपक्ष के दौरान चित्रकूट में पूजा करने का खास महत्व है. कहा जाता है क‍ि भगवान राम ने अपने पिता दशरथ के लिए चित्रकूट में ही श्राद्ध क‍िया था. इस बार पितृपक्ष 25 सितंबर से शुरू हुआ है. मान्यता है कि पितृपक्ष में कामदगिरि दर्शन और परिक्रमा से पूर्वजों की शक्तियां व्यक्ति में निहित हो जाती हैं. साथ ही भगवान राम ने 14 साल के वनवास के दौरान पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अधिकतर वक्त चित्रकूट में ही गुजारा थे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2016 में भी ही कामतानाथ के दर्शन कर चुके हैं.

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पिछले साल शिवभक्त बताया

पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने खुद को शिवभक्त बताया था. पिछले दिनों वह कैलाश मानसरोवर पर गए थे. इसके बाद से उन्हें लगातार शिवभक्त बताया जा रहा है. हाल ही में राहुल जब अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे थे तो कांवड़ियों ने उनका बम भोले के नारों के साथ स्वागत भी किया था. अमेठी क्षेत्र के शिव मंदिर के पुजारियों ने राहुल का तिलक लगाकर स्वागत किया था.

गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान से ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार बीजेपी के कट्टर हिंदुत्व से मुकाबला करने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रहे हैं. गुजरात में राहुल ने करीब 28 मंदिरों में जाकर माथा टेका था. अब साल के अंत में मध्य प्रदेश समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने को हैं और कम से कम 3 राज्यों में सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड खेला जा सकता है.

वहीं पार्टी भी उनके साथ इस मामले में कदम मिलाकर चल रही है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हर गांव में गौशाला बनाने का वादा कर चुके हैं. साथ ही पार्टी ने राम गमन वन पथ यात्रा भी शुरू किया. भगवान श्रीराम वनवास के दौरान जिस रास्ते से गुजरे थे, उसे राम गमन वन पथ कहा जाता है.

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