कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद संजय सिंह बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. नेहरू-गांधी परिवार के करीबी संजय सिंह ने हाल ही में कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. संजय सिंह का कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी के साथ जाना कांग्रेस के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है. इसके अलावा संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह भी बीजेपी में शामिल हो चुकी हैं. संजय सिंह के बीजेपी में आने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है खासकर उसके दुर्ग अमेठी में. संजय सिंह ऐसे वक्त में बीजेपी में शामिल हुए हैं, जब कांग्रेस बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है.
लोकसभा 2019 चुनाव में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे. उन्हें 55 हजार वोटों से बीजेपी की स्मृति ईरानी ने मात दी थी. संजय सिंह कांग्रेस के टिकट पर इस बार सुल्तानपुर से चुनाव लड़े थे. लेकिन उनकी जमानत तक जब्त हो गई थी. दो साल पहले उनकी पत्नी अमिता सिंह ने अमेठी से विधानसभा चुनाव लड़ा था. उनकी भी जमानत नहीं बच पाई थी.
.@DrSanjaySinhMP and Dr. @ameetasinh join BJP in presence of Shri @JPNadda at BJP headquarters. pic.twitter.com/lMFbzrY6vP
— BJP (@BJP4India) July 31, 2019
अमेठी के राजा संजय सिंह को देने के लिए अब कांग्रेस के पास कुछ बचा नहीं है. ऐसे में वक्त की नजाकत को देखते हुए उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ना ही बेहतर समझा. उन्हें राज्यसभा का मौका मिलना भी मुश्किल लग रहा था. केंद्र और उत्तर प्रदेश की सत्ता में इस वक्त बीजेपी काबिज है. ऐसे में संजय सिंह और उनकी दूसरी पत्नी अमिता को बीजेपी के साथ ही राजनीतिक भविष्य दिखाई दे रहा है. संजय सिंह के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस की अमेठी में स्थिति और भी दयनीय हो गई है.
2019 के लोकसभा चुनाव में पासी से लेकर सवर्ण समुदाय के लोगों ने बीजेपी के पक्ष में वोट किया और राहुल गांधी का साथ छोड़ दिया.हालांकि कांग्रेस के मजबूत दुर्ग अमेठी में 2017 के विधानसभा चुनावों में ही सेंध लग गई थी. अमेठी जिले की 5 विधानसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी और एक पर सपा को जीत मिली थी. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी. संजय सिंह के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस का बचा जनाधार भी दरक सकता है.