नरेंद्र मोदी की ओर से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को निशाना बनाये जाने को खारिज करते हुए कांग्रेस ने कहा कि देश में ढाई दर्जन मुख्यमंत्री है. सत्तारूढ़ पार्टी ने सिंह को सार्वजनिक बहस की मोदी की चुनौती को ‘बड़बोला’ बताकर खारिज कर दिया.
दोनों दलों में वाकयुद्ध निचले स्तर पर पहुंच गया है जब गुजरात के मुख्यमंत्री ने इस सिलसिले में ‘सास, बहु और दामाद’ धारावाहिक का जिक्र किया जो अप्रत्यक्ष रूप से सोनिया गांधी, उनके दामाद राबर्ट वाड्रा से संबंधित था. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि क्या वह खलनायक हैं.
केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘और क्या वे खलनायक हैं? एक फिल्म का नाम भी खलनायक रहा है. खलनायक धारावाहिक भी चल रहा है. इसके बारे में उनसे पूछें.’
खुर्शीद ने यह बात कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के तिरंगा फहराने के बाद कही. उनसे मोदी की टिप्पणी के बारे में पूछा गया था.
गुजरात के मुख्यमंत्री ने भुज में कहा है कि, ‘भाई-भतीजावाद पुराने दिनों के धारावाहिकों में भ्रष्टाचार के मूल में हुआ करता था. समय के साथ इसमें बदलाव आया है. भ्रष्टाचार में एक नया धारावाहिक मामा-भांजा आया और अब यह सास, बहु और दामाद की ओर बढ़ गया है.’ खुर्शीद ने मोदी को अपली पीठ खुद थपथपाने से बचने की सलाह दी.
केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मोदी और प्रधानमंत्री के बीच तुलना को खारिज करते हुए कहा, ‘अगर आज मैं कहूं कि मैं ओबामा से बड़ा हूं तब लोग मुझे पागल कहेंगे.’
आजाद ने इस संबंध में हिन्दी के मुहावरे का उपयोग किया, ‘एक मुख्यमंत्री किस तरह से प्रधानमंत्री को चुनौती दे सकता है. क्या राजा भोज और गंगू.. में कोई तुलना हो सकती है.’
उन्होंने कहा, ‘कोई भी किसी को चुनौती देने से रोक सकता है भला. अपने घर में बैठा हर व्यक्ति शेर है.’
बहरहाल, खुर्शीद ने ‘यस वी कैन’ टिप्पणी के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ओबामा के भाषण से आयात किया गया है जो उनके लिए किसी ने तैयार किया है.
उन्होंने कहा कि कोई मोदी को कुछ लिखकर देता है और वे उसे पढ़ देते हैं. अब हमें देखना होगा कि पाकिस्तान, यूरोप, अमेरिका और भारत के बारे में वह किसका लिखा पढ़ते हैं. मोदी की ओर से विदेश नीति की आलोचना किये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने याद दिलाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री को अमेरिका ने वीजा देने से मना कर दिया है.
उन्होंने कहा कि मोदी इतना अच्छा कर रहे हैं कि उन्हें विदेश जाने के लिए भी वीजा नहीं मिल रहा है.
पाकिस्तान से निपटने के बारे में मोदी की टिप्पणी पर निशाना साधते खुर्शीद ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए कि इसका क्या प्रभाव पड़ेगा.