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आतंक को सांप्रदायिक रंग देती है कांग्रेस: BJP

कांग्रेस पर आतंकवाद को जानबूझकर सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने शनिवार को कहा कि ‘हिंदू आतंकवाद’ की बात करके संप्रग सरकार ने इस मुद्दे पर भारत की लड़ाई को कमजोर किया तथा पाकिस्तान को भारत पर आतंकवाद संबंधी आक्षेप लगाने का मौका दिया.

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कांग्रेस पर आतंकवाद को जानबूझकर सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने शनिवार को कहा कि ‘हिंदू आतंकवाद’ की बात करके संप्रग सरकार ने इस मुद्दे पर भारत की लड़ाई को कमजोर किया तथा पाकिस्तान को भारत पर आतंकवाद संबंधी आक्षेप लगाने का मौका दिया.

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा जयपुर की बैठक में ‘हिंदू आतंकवाद’ संबंधी बयान अनायास नहीं दिया गया था बल्कि कांग्रेस पार्टी जानबूझकर आतंकवाद के मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देकर वोट बैंक की राजनीति कर रही है.

उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने भाजपा के दबाव में संसद का बजट सत्र बचाने के लिए अपने बयान पर माफी मांगी है. कांग्रेस के नेता हमेशा से राष्ट्रवाद की कीमत पर वोट बैंक की राजनीति करते रहे हैं.

उन्होंने कहा कि संघ-भाजपा पर आतंकवाद का प्रशिक्षण देने के आरोप वाले शिंदे के बयान के बाद लश्कर ए तैयबा का प्रमुख हाफिज सईद पाकिस्तान में भारत को आतंकी देश ठहराने की कोशिश में लग गया. केंद्र सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के चलते पाकिस्तान को भारत पर आतंकवाद के मामले में ऐसा आरोप लगाने का मौका दे दिया.

राजनाथ ने कहा, ‘हिंदू आतंकवाद की बात करके संप्रग सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को कमजोर कर दिया है. आतंकवाद का कोई मजहब, कोई रंग नहीं होता. भाजपा आतंकवाद को किसी भी प्रकार का मजहबी रंग देने के पूरी तरह खिलाफ है.’

भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए न तो वैचारिक रूप से और ना ही मानसिक रूप से तैयार है और दावा किया कि केवल भाजपा ही आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने में सक्षम है. किसी नेता का नाम लिये बिना राजनाथ ने कांग्रेस नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा, ‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में आतंकवाद के आरोपियों के गांव जाकर आंसू बहाते रहे पर वे भारत की सीमा पर पाकिस्तान की फौज द्वारा शहीद हुए सैनिकों के गांव जाने का वक्त नहीं निकाल सके.’ उन्होंने कहा कि वह, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी उन शहीदों के गांव गये.

राजनाथ ने अपने भाषण में कहा कि मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमले के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस मामले में ‘जीरो टोलरेंस’ की बात कही थी लेकिन शर्म-अल-शेख में जाकर ‘उन्होंने पाकिस्तान के सामने घुटने टेक दिये और दुनिया को संदेश दिया कि पाकिस्तान भी भारत की तरह आतंकवाद का पीड़ित है.’

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी केंद्र (एनसीटीसी) बनाना चाहती है तो बनाए लेकिन संघीय ढांचे पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए. सरकार ने आतंकवाद के मुद्दे पर पिछले एक दशक में एक भी कठोर कानून नहीं बनाया. भाजपा कठोर कानून बनाने की मांग करती है और इस मामले में संसद में सहयोग देगी.

राजनाथ ने बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने का कार्यक्रम बनाने की मांग की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से घुसपैठ भारत की सुरक्षा के लिए बड़ी समस्या है.

उन्होंने नक्सलवाद से निपटने के लिए कड़ी इच्छाशक्ति की जरूरत बताते हुए कहा कि भाजपा नीत सरकार केंद्र में आई तो इस लिहाज से एक एकीकृत कार्य योजना तैयार करेगी.

पार्टी अध्यक्ष ने देश में मादक पदार्थ और जाली मुद्रा की तस्करी पर भी चिंता जताई.

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