कांग्रेस ने अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी पर करारा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि नेता विपक्ष के मसले पर उनकी राय 'सियासी आकाओं' को खुश करने की कोशिश है. अटॉर्नी जनरल ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को राय दी है कि इस पद के लिए कांग्रेस का कोई कानूनी दावा नहीं बनता है.
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘अटॉर्नी जनरल के विचार का कोई मोल नहीं है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अटॉर्नी जनरल ने अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने वाला विचार दिया है. अटॉर्नी जनरल एक टकराववादी सरकार के पक्षपाती रुख के लिए दलील दे रहे हैं.’
आनंद शर्मा ने कहा, ‘मुझे नहीं मालूम कि अटॉर्नी जनरल विपक्ष के नेता के मुद्दे पर किस कानून का हवाला दे रहे हैं. अटॉर्नी जरनल से कानून की बेहतर समझ की उम्मीद की जाती है, ऐसे विचारों की नहीं.’
गौरतलब है कि अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता पद के लिए कांग्रेस के प्रयासों को झटका देते हुए विचार व्यक्त किया है कि पार्टी के पास ऐसा दावा करने का आधार नहीं है. उन्होंने राय दी कि 543 सदस्यीय लोकसभा में कांग्रेस के पास अपेक्षित 10 फीसदी, यानी 55 सीटें नहीं हैं. कांग्रेस के पास लोकसभा में सिर्फ 44 सीटें हैं, जो नाकाफी हैं.
अटॉर्नी जनरल ने कहा कि ऐसा कोई उदाहरण नहीं है, जब किसी पार्टी को पहली लोकसभा के दिनों से 10 फीसदी सीटों का मानक पूरा किए बिना विपक्ष के नेता का पद दिया गया हो.