कांग्रेस ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के पार्टी में विलय से इनकार कर देने पर तेलंगाना में अपने सदस्यों से लोकसभा व विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है.
तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे टीआरएस के साथ गठबंधन नहीं कर रहे हैं. टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने संवाददाताओं को सोमवार रात बताया कि पार्टी ने कांग्रेस में विलय न करने का फैसला किया है. उन्होंने हालांकि, कहा कि अगर कोई पार्टी गठबंधन के लिए संपर्क करेगी तो इस पर विचार किया जाएगा.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अली शब्बीर ने संवाददाताओं से यहां मंगलवार को कहा कि हम टीआरएस के साथ कोई गठबंधन नहीं चाहते. आंध्र प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष शब्बीर ने पार्टी सदस्यों से अगले चुनाव में प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने की मांग की है.
उन्हें विश्वास है कि पार्टी 119 सदस्यीय विधानसभा और लोकसभा की 17 सीटों पर बहुमत पाने में कामयाब रहेगी. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से 30 मार्च को होने जा रहे नगर निगम चुनाव के लिए भी तैयार रहने की मांग की है.
शब्बीर ने कहा कि टीआरएस प्रमुख का तेलंगाना गठन में कोई भूमिका नहीं है और उन्होंने दावा किया कि सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रयासों की वजह से यह संभव हो पाया. पार्टी के एक अन्य नेता और पूर्व मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने कहा कि कांग्रेस किसी अन्य पार्टी पर निर्भर नहीं है.
वह इस बात से आश्वस्त नजर आए कि तेलंगाना की जनता कांग्रेस का समर्थन करेगी, क्योंकि उन्हें पृथक राज्य के गठन में पार्टी की भूमिका की जानकारी है.