हरियाणा में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा में सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा की हूटिंग क्या हुई, गैर बीजेपी शासित राज्यों के दूसरे सीएम भी अलर्ट हो गए हैं. महाराष्ट्र के सीएम पृथ्वीराज चौहान ने मोदी के कार्यक्रम के बायकॉट की बात कही, तो झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी विरोध दर्ज कराने वालों में शुमार हो गए हैं.
झारखंड में सत्ताधारी जेएमएम ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर आगाह किया है कि रांची के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ हुड्डा जैसी हूटिंग नहीं होनी चाहिए. बिहार के सीएम जीतन राम मांझी पहले ही अपना विरोध जता चुके हैं.
कांग्रेस ने हूटिंग को बताया 'साजिश'
हरियाणा में अपने मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की हूटिंग के बाद कांग्रेस ने इस तरह की घटनाओं को ‘साजिश’ बताया है. कांग्रेस ने कहा कि विपक्षी पार्टियों के आत्म-सम्मान वाले किसी मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘राजनीतिक कार्यक्रमों’ में शिरकत नहीं करनी चाहिए.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कुछ कांग्रेस नेताओं का विचार है कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान कांग्रेस मुख्यमंत्रियों को जहां तक संभव हो, सिर्फ न्यूनतम प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए और इस तरह के कार्यक्रमों में शिरकत नहीं करना चाहिए, क्योंकि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, वहां राजनीतिक लाभ के लिए बीजेपी इस तरह की घटनाएं करा सकती है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी लिखित में इस विचार से अवगत कराया गया है. इसकी भी संभावना है कि कांग्रेस नेतृत्व अपने मुख्यमंत्रियों से इस तरह के कार्यक्रमों के दौरान एहतियात बरतने को कह सकता है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व हरियाणा मामलों के पार्टी प्रभारी शकील अहमद ने बताया, ‘इसके पीछे राजनीतिक मंसूबे हैं. प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, हरियाणा जैसे राज्यों का दौरा किया है, जहां चुनाव होने वाले हैं और गुरुवार को वे झारखंड का दौरा करने वाले हैं.’
शकील अहमद ने कहा, ‘झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सतर्क रहना चाहिए. यह सिर्फ कांग्रेस मुख्यमंत्रियों का मामला नहीं है.’
मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री तब गुस्से में आ गए थे, जब मोदी की मौजूदगी में एक कार्यक्रम में विरोधी भीड़ ने उनकी हूटिंग की. इसके बाद, नाराज हुड्डा ने कहा कि वे मोदी के साथ वाले ऐसे कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंगे. कांग्रेस महासचिव की यह प्रतिक्रिया इसके एक दिन बाद आई है.
हुड्डा को हरियाणा में मोदी के एक राजमार्ग परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान विचित्र स्थिति का सामना करना पड़ा. जैसे ही मुख्यमंत्री भाषण देने के लिए उठे, वहां जमा लोगों ने उनके खिलाफ और कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे.
हरियाणा के दो बार के मुख्यमंत्री की लगातार हूटिंग हुई. भीड़ ने मोदी के समर्थन में भी नारे लगाए. गौरतलब है कि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. बाद में, इस घटना से नाराज मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि इस घटना के लिए बीजेपी जिम्मेदार है.
शकील अहमद ने कहा कि यह बीजेपी और मोदी की कार्यप्रणाली मालूम पड़ती है कि जिन राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, वहां राजनीतिक लाभ लेने के लिए विपक्षी मुख्यमंत्रियों को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदगी का सामना करने वाली स्थिति में डाला जाए.
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘यह हरियाणा और महाराष्ट्र, दोनों जगह हुई है. दूसरी पार्टियों के मुख्यमंत्रियों को जान-बूझकर शर्मिंदगी का सामना करने वाली स्थिति में डालने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बुलाए गए.’
शोलापुर में 16 अगस्त को मोदी की ओर से चार लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 के उद्घाटन के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को उस वक्त अपना भाषण बीच में ही खत्म करना पड़ा, जब लोगों ने उनकी हूटिंग शुरू और मोदी के पक्ष में नारे लगाए.