केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मंगलवार को इशरत जहां मामले में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दिखाता है कि पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति के लिए किस हद तक जा सकती है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश से कांग्रेस के सफाये की जरूरत है.
उमा ने कहा, 'मैं यही कहना चाहती हूं कि कांग्रेस ने हमेशा सांप्रदायिक राजनीति की है. और उनके लिए सांप्रदायिक राजनीति का मतबल केवल तुष्टीकरण की राजनीति है. यह इस बात का उदाहरण है कि वे किस हद तक जा सकते हैं. इसलिए कांग्रेस को देश से पूरी तरह साफ कर देना चाहिए.' उमा ने डॉ बी आर अंबेडकर के 125वीं जयंती समारोहों के तहत यहां आयोजित एक सेमिनार से इतर संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही. सेमिनार का विषय 'जल संसाधन का बहुउद्देश्यीय विकास और मौजूदा चुनौतियां' था.
'कांग्रेस करती है बांटने की राजनीति'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा धार्मिक आधार पर समुदायों को बांटने की गंदी राजनीति की है और विभाजन इसका एक उदाहरण है. उमा ने कहा, 'अब भी वह देश को धर्म के नाम पर बांटना चाहती है. चिदंबरम का मामला दिखाता है कि उनकी सोच हमेशा ऐसी रही है.' आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार तब तक आरक्षण का समर्थन करती रहेगी जब तक देश में असमानता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दलितों को संविधान निर्माता बी आर आंबेडकर को अपना आदर्श मानना चाहिए रोहित वेमुला को नहीं.
लखवार परियोजना को मंजूरी
इस बीच मंगलवार को दिन में उमा भारती ने हरियाणा सरकार के अनुरोध पर उत्तराखंड में 4000 करोड़ रुपए की लागत वाली बहु उद्देश्य लखवार परियोजना को मंजूरी दी. वह इसपर जल्द कैबिनेट की मंजूरी लेंगी. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उमा भारती के कार्यालय में उनसे मिले और इस आश्य का अनुरोध किया. इस परियोजना से हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान को पानी मिलेगा.