अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया के मसले पर दुनिया के कई देश आगे आ रहे हैं. अमेरिका, रूस और चीन इसको लेकर तालिबान से बात करने की बात कह चुके थे, अब इस प्रक्रिया में पाकिस्तान भी शामिल हो गया है. लेकिन, इस पूरी प्रक्रिया में भारत को बाहर रखा गया है. इसी मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार को घेरा है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार सुबह ट्वीट कर सरकार को घेरा. उन्होंने लिखा कि मोदी 2.0 में एक और कूटनीतिक झटका लगा है. इसी के साथ उन्होंने तीन प्वाइंट भी गिनाए. रणदीप सुरजेवाला ने लिखा-
1. अफनागिस्तान में शांति प्रक्रिया की बातचीत से अमेरिका, चीन और पाकिस्तान, भारत को अलग नहीं रखा जा सकते हैं.
2. पाकिस्तान के खुद इतने आतंकी कनेक्शन हैं, इसलिए वह बातचीत का हिस्सा नहीं हो सकते हैं.
3. भारत को अफगानिस्तान में चुनाव के लिए पुश करना चाहिए और सभी राष्ट्रवादियों को साथ लाना चाहिए.
A diplomatic faux pas by Modi 2.0!
1. India can’t be kept out of Afghan Peace Process by US-China-Pak.
2. Pak, with its terror connections, can’t be the centre of talks.
3. India must push for Afghan elections & bring all nationalist Afghan’s together.https://t.co/ycvO5fJLC6
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 15, 2019
हाल ही में चीन के बीजिंग में अफगान शांति प्रक्रिया को लेकर बैठक हुई थी, जिसमें चीन-रूस-पाकिस्तान-अमेरिका ने हिस्सा लिया था. चारों देशों ने तालिबान से युद्ध विराम की अपील की थी, जो पिछले 18 साल से हिंसा फैला रहा है. इन देशों ने तालिबान से अफगानिस्तान सरकार से समझौता शुरू करने को कहा है.
आपको बता दें कि भारत लगातार अफगानिस्तान में विकास के कार्य कराता रहा है. यही कारण है कि अफगानिस्तान हमेशा किसी भी तरह की बातचीत में या प्रक्रिया में भारत को साथ रखना चाहता है.
दरअसल, पाकिस्तान और अफगानिस्तान एक बार फिर बातचीत करने को राजी हुए हैं. पारगमन संधि के तहत दोनों देश एक बार फिर बात करने लगे हैं, ये बात 2015 में बंद हो गई थी. पाकिस्तान इसलिए नाराज था कि अफगानिस्तान इस मुद्दे में भारत को तवज्जो दे रहा है. इसको लेकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच बीते दिनों में बातचीत हुई हैं.