दिल्ली गैंगरेप के बाद रेप कानूनों में बदलाव के लिए बनी जस्टिस वर्मा कमेटी को कांग्रेस ने अपना सुझाव सौंप दिया है. कांग्रेस ने केमिकल कैस्ट्रेशन के सुझावों का विरोध किया है.
पार्टी के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा है कि दिल्ली गैंगरेप के बाद लोगों को गुस्से को देखते हुए कमेटी बनाई गई थी और उसने पार्टियों से सुझाव मांगा था.
बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने जो सुझाव दिए हैं उसमें बलात्कारियों को नपुंसक बनाने के प्रस्ताव को पार्टी ने खारिज कर दिया है. पार्टी बलात्कारियों की सजा 30 साल करने की वकालत कर रही है.
इससे पहले दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की घटना के बीच कांग्रेस ने एक विधेयक के मसौदे में दुष्कर्म के दोषियों के लिए 30 साल तक की कैद का प्रस्ताव रखा था और दुर्लभ मामलों में दोषियों को रसायनिक प्रक्रिया से नपुंसक बनाने तक का प्रावधान शामिल करने का प्रस्ताव दिया था.
कानून के प्रावधानों पर चर्चा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में गत 23 दिसम्बर को हुई थी जब उन्होंने सामूहिक बलात्कार की घटना के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों के एक समूह के साथ बैठक की थी.
दिल्ली गैंगरेप मामले में एक आरोपी की उम्र 18 साल से कुछ महीने कम है. एक वर्ग ने यह विचार रखा कि 15 साल से कम उम्र के बच्चों को ही किशोर की परिभाषा के दायरे में लाया जाना चाहिए.