पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाकर केंद्र और कांग्रेस को बड़ी राहत दी है. सत्तारूढ़ कांग्रेस के हालिया कदमों से लग रहा है कि पार्टी इस पूरे मामले को भावनात्मक मुद्दा बनाकर पेश करने की कोशिश में जुट गई है.
कांग्रेस की मीडिया सेल के प्रभारी अजय माकन ने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की है जिसमें राजीव नन्हे राहुल को अपने सीने से लगाए नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा है, 'वेरी टचिंग फोटो. अपने पिता के साथ राहुल. भावनाएं सबके लिए एक जैसी होती हैं.'
इसके ठीक बाद अजय माकन ने एक और ट्वीट किया, जिसमें 'जस्टिस फॉर राजीव' को हैशटैग के साथ (#JusticeForRajiv) लिखा गया था. इस हैशटैग के साथ कांग्रेस समर्थकों ने ट्विटर पर राजीव गांधी को इंसाफ के लिए एक कैंपेन ही छेड़ दिया है. इन ट्वीट्स में दोषियों को रिहा करने का फैसला लेने वाली तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता और बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की जा रही है.
गुरुवार सुबह ही कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने मामले पर चुप्पी साधने के लिए बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया था. उन्होंने कहा था कि मोदी और उनकी पार्टी पर आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मानदंड अपनाती थी. यही बात कांग्रेस समर्थकों की ओर से ट्विटर पर खूब उछाली जा रही है और मामला राजनीतिक रंग लेता जा रहा है.
गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पिता के कातिलों को रिहा करने के जयललिता सरकार के फैसले पर दुख जताया था. उन्होंने कहा था कि अगर एक प्रधानमंत्री के हत्यारे खुलेआम घूमेंगे तो आम आदमी को इंसाफ कैसे मिलेगा. इसके ठीक बाद केंद्र सरकार की ओर से जयललिता सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई. शीर्ष अदालत ने उन तीन दोषियों की रिहाई पर रोक लगा दी, जिनकी सजा हाल ही में फांसी से घटाकर उम्रकैद में बदल दी गई थी.