उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन पर अभी कुछ साफ नहीं हो पाया है. लेकिन ऐसा लगता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस-सपा का गठबंधन नहीं चाहते हैं. कांग्रेस मुख्यलय में यूपी कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद के सामने ही कार्यकर्ताओं ने गठबंधन ठुकराओ, यूपी बचाओ के नारे लगाने शुरु कर दिए.
आजाद पार्टी दफ्तर में टिकट के लिए उम्मीदवारी पेश करने आए लोगों से मिल रहे थे. गठबंधन को लेकर आजाद ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए कांग्रेस पर गठबंधन करने का दवाब है. हम चाहते हैं कि सभी सेक्युलर ताकतें एक साथ चुनाव में उतरें. अखिलेश और राहुल की जोड़ी के बारे में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अखिलेश की तारीफ राहुल पहले भी कर चुके हैं और मैं भी अखिलेश की तारीफ करता हूं. लेकिन अभी हम 403 सीटों लड़ने के लिए तैयार हैं.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पहले समाजवादी पार्टी के बीच झगड़ा किसी अंजाम तक पहुंचे, उसके बाद ही आगे की रणनीति तय होगी.
इस बीच पार्टी दफ्तर में जमा कांग्रेस के कार्यकर्ता जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे. कार्यकर्ताओं का कहना है 'वो नहीं चाहते कि कांग्रेस पार्टी गठबंधन करें क्योंकि इससे उत्तर प्रदेश में पार्टी का आधार खत्म हो जाएगा'.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को साजिश का शिकार भी बताया. पार्टी के महामंत्री उमेश पंडित ने कहा कि राहुल की यात्रा से ये हवा हो गई कि पार्टी 100 सीट ला रही है उसके बाद गठबंधन करने की क्या जरुरत है. इससे राहुल गांधी की छवि को नुकसान होगा. एक अन्य कार्यकर्ता मनोज कुमार सिंह पटेल का कहना है कि पुराने बगीचे सूख चुके हैं ऐसे में नए पेड़ नहीं लगाए जाएंगे तो फल कैसे मिलेगा.