यमुना बचाव दल ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया है. बताया जा रहा है कि सरकार ने यमुना बचाव दल की मांगें मांग ली हैं.
केंद्रीय मंत्री हरीश रावत ने बुधवार को दिल्ली के बदरपुर इलाके में डेरा डाले प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की थी.
इसके बाद उन्होंने यमुना में नालों का गंदा पानी न गिरे, इसका इंतज़ाम करने और हथनीकुंड बैराज से पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ने की मांगें मानने का ऐलान कर दिया.
गौरतलब है कि दिल्ली के 22 किलोमीटर इलाके में करीब 17 छोटे बड़े नाले बहते हैं और करीब 86 फीसदी कचरा यहीं से यमुना में आता है. जाहिर है अगर ऐसा हुआ तो यमुना की गंदगी काफी कम हो जाएगी.
बहरहाल यमुना को बचाने के लिए सरकार ने वादे किए हैं तो फिर से उम्मीद है कि यमुना एक बार फिर जी उठेगी.