अगर महंगाई से परेशान हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर अक्टूबर में घटकर रिकॉर्ड 5.52 फीसदी पर आ गई. सितंबर में यह 6.68 फीसदी पर थी. वहीं पिछले साल इसी समय यह दर 10.17 फीसदी थी. महंगाई दर में यह गिरावट खाद्य मूल्य और ईंधन मूल्य घटने के कारण आई है.
सरकारी आंकड़ों में बुधवार को बताया गया है कि यह खुदरा महंगाई दर जनवरी 2012 से सबसे निचले स्तर पर है. उसी समय से देश में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) की गणना शुरू हुई थी. खुदरा महंगाई दर सितंबर 2014 में 6.46 प्रतिशत थी.
फल, दाल और अनाज हुआ महंगा
अक्टूबर में सब्जियों की महंगाई में 1.45 प्रतिशत कमी हुई, लेकिन चीनी 0.37 प्रतिशत
महंगी हो गई. दूध और दुग्ध उत्पाद भी 10.79 प्रतिशत महंगे हो गए और फल 17.49
प्रतिशत महंगे हो गए. अनाज 6 प्रतिशत महंगे हुए, तथा दालें 7.51 प्रतिशत महंगी हो
गईं.
ग्रामीण महंगाई सितंबर के 6.68 प्रतिशत के मुकाबले 5.52 प्रतिशत रही और शहरी महंगाई सितंबर के 6.34 प्रतिशत के मुकाबले 5.55 प्रतिशत पर आ गई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जनवरी 2015 तक सीपीआई महंगाई के लिए 8 प्रतिशत और जनवरी 2016 तक 6 प्रतिशत का लक्ष्य निर्धारित किया था, लिहाजा यह आंकड़ा काफी महत्व रखता है.