scorecardresearch
 

बच्चे पैदा करने की मुफ्त सलाह

हमारे देश में मुफ्त की सलाह देने वालों की कमी नहीं है. एक परेशानी है तो उसके समाधान के लिए सैंकड़ो सलाह. कई बार तो वह बिना मांगे ही मिल जाती है. अरे भाई ये क्या बात हुई, जब हमें चाहिए ही नहीं फिर भी दे रहे हैं. होता है, ऐसा भी होता है. अब देखिए साहब, आजकल बच्चों को लेकर सलाह दिए जाने का मौसम चल रहा है. सांसद जी, नेता जी, साधु जी, स्वामी जी सब के सब बच्चे पैदा करने की सलाह दे रहे हैं, वह भी संख्या के साथ. साधुगिरी के साथ-साथ नेतागिरी और अब सलाह देने का काम, बढ़िया है.

Advertisement
X
नेताओं और साधुओं की सलाह सुनसुन कर जनता परेशान है
नेताओं और साधुओं की सलाह सुनसुन कर जनता परेशान है

हमारे देश में मुफ्त की सलाह देने वालों की कमी नहीं है. एक परेशानी है तो उसके समाधान के लिए सैंकड़ो सलाह. कई बार तो वह बिना मांगे ही मिल जाती है. अरे भाई ये क्या बात हुई, जब हमें चाहिए ही नहीं फिर भी दे रहे हैं. होता है, ऐसा भी होता है. अब देखिए साहब, आजकल बच्चों को लेकर सलाह दिए जाने का मौसम चल रहा है. सांसद जी, नेता जी, साधु जी, स्वामी जी सब के सब बच्चे पैदा करने की सलाह दे रहे हैं, वह भी संख्या के साथ. साधुगिरी के साथ-साथ नेतागिरी और अब सलाह देने का काम, बढ़िया है.

आपको समझने में देर थोड़े ही लगी होगी कि हम किसकी बात कर रहे हैं. आप तो सब जानते ही हैं. इनकी बातें करने से पहले आपको ये याद दिला दें कि देश के कुछ बीजेपी नेताओं और भगवा संगठनों को लगता है कि मुस्लिम आबादी तेज़ी के साथ बढ़ रही है. ये तो यह भी कह रहे हैं कि एक दिन भारत में हिंदू अल्पसंख्यक बन जाएंगे. अब इन्हें जनगणना के आंकड़ों से कुछ लेना-देना नहीं है. इन्हे तो बस कहना है. तो कह दिया.

पहल की बीजेपी सांसद सच्चिदानंद साक्षी महाराज ने. संसद में उन्नाव का प्रतिनिधित्व करने वाले साक्षी महाराज ने मंच से हिंदू महिलाओं को सलाह दी कि वे कम से कम चार बच्चे पैदा करें. साथ में महाराज ने ये भी बताया कि बच्चों को किस-किस काम में लगाएं. अब इनकी सलाह का कुछ असर होता उससे पहले ही विश्व हिंदू परिषद के अशोक सिंघल भी मैदान में आ गए. उनकी बात सुनकर तो हिंदू महिलाओं का डरना लाज़मी हो गया. उन्होंने कह दिया कि हिंदू महिलाएं आठ बच्चे पैदा करें. इन बच्चों को पैदा करने वालों का सम्मान किया जाएगा. अरे भाई सिंघल जी, कमाल करते हैं. आठ बच्चे किसी तरह पैदा भी कर लिए तो क्या पालन-पोषण करने का जिम्मा विहिप लेगी?

सिंघल जी के बाद महामंडलेशवर स्वामी सत्यमित्रानंद ने भी ताल ठोंक दी. उन्होने भी एक कार्यक्रम में हिंदू महिलाओं को तीन बच्चे पैदा करने की सलाह दे डाली. तर्क वही कि अगर ऐसा नहीं किया तो हिन्दू समाज अल्पसंख्यक हो जाएगा. हालाकि स्वामी जी ने महिलाओं की पीड़ा को समझते हुए टारगेट कम दिया है. इससे पहले बीरभूम के बीजेपी नेता समीर गोस्वामी ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर सलाह दी कि हिंदू समाज को बचाने के लिए हर हिंदू महिला को कम से कम पांच बच्चे पैदा करने चाहिए.

ये तो केवल उदाहरण मात्र हैं. ऐसे नेताओं और स्वामियों की आजकल कमी नहीं जो यहां-वहां इस तरह के बयान दे रहे हैं. सबसे बड़ी परेशानी उन परिवारों के सामने है जो इन नेताओं और स्वामियों की बात मानते हैं. क्या करें?  इन लोगों ने मिलकर कन्फ्यूज़ कर दिया है. समझ की बत्ती गुल हो गई है ये सोच-सोच कर कि कितनें बच्चे पैदा करें? अरे महानुभवों कम से कम मिल-बैठकर आपसी सहमति से संख्या तो तय कर लो. और फिर सरकारी तौर पर ऐलान करा दो. और साथ में ये भी बता दो कि इस महंगाई के जमाने में उन बच्चों को पालने के लिए आप और सरकार कितना सहयोग देंगे.
.....बात करते हैं.

Advertisement
Advertisement