कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा पर योग गुरु बाबा रामदेव को सोलन जिले में 30 एकड़ से ज्यादा जमीन का पट्टा ‘कौड़ियों के दाम’ पर देने का आरोप लगाते हुए ऐसा करने के मकसद पर सवाल उठाए हैं.
राज्य सरकार ने रामदेव को अपना ‘पतंजलि योगपीठ’ चिकित्सालय खोलने के लिये 38 एकड़ जमीन मुहैया कराई है. राज्य सरकार ने सोलन जिले की कांडाघाट तहसील स्थित कलहोग में वह जमीन 16 लाख रुपए के एवज में 99 साल के लिये पट्टे पर दी है.
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और विधायक कौल सिंह ठाकुर ने योग गुरू को प्रमुख जगह पर स्थित सरकारी जमीन को रियायती दर पर देने के सरकार के कदम का इस सप्ताह के शुरू में राज्य विधानसभा में विरोध दर्ज कराया था.
ठाकुर ने कहा कि रामदेव का हरिद्वार में पहले से ही एक स्वास्थ्य केन्द्र है और योग गुरू के प्रति ‘दरियादिली’ दिखाने से भाजपा का भला नहीं होगा क्योंकि रामदेव अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू करने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं और उनका दल आखिरकार भाजपा को ही नुकसान पहुंचाएगा.
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बिंदल ने इस आरोप पर दलील दी कि कलहोग में योग केन्द्र का निर्माण होने से वह इलाका स्वास्थ्य के नजरिये से लोकप्रिय गंतव्य बन जाएगा.
मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी यह कहते हुए सरकार के फैसले का बचाव किया कि सरकार ने रामदेव को सिर्फ जड़ी-बूटी की बिक्री और राज्य में योग को बढ़ावा देने के लिये ही जमीन पट्टे पर दी है.