कोरोना संकटकाल में कर्नाटक के बेलगाम जिले से दर्दनाक तस्वीर सामने आई है. एक महिला को अपने पति के शव को ठेले (पुशकार्ट) में लादकर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान ले जाना पड़ा. इस दौरान महिला की मदद को कोई सामने नहीं आया. सबको कोरोना वायरस का डर सता रहा था, जिसके चलते किसी ने नजदीक जाने की जहमत नहीं दिखाई.
महिला ने बताया कि वह अपने दो बच्चों के साथ पति के शव को ठेले पर लादकर अंतिम संस्कार के लिए ले गई. परिवार वाले और रिश्तेदार तक मदद के लिए नहीं आए. सबको लग रहा था कि उसके पति की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है.
A woman in Belgaum used a push cart to move her husband's dead body , no one helped as they feared the husband to have died due to #Covid19 pic.twitter.com/fdcfGPAhYE
— Nagarjun Dwarakanath (@nagarjund) July 18, 2020
स्थानीय लोगों ने बताया कि महिला और उसका परिवार आर्थिक चुनौतियों से भी जूझ रहा है. पैसे नहीं होने की वजह से उसको अपने पति के शव को ठेले में लादकर ले जाना पड़ा.
दरअसल, बुधवार रात 55 वर्षीय सदाशिव हिरत्ती की घर पर मौत हो गई थी. इस दौरान उसकी पत्नी, बेटा और बेटी घर पर नहीं थे. जब मृतक की पत्नी बेटे और बेटी घर लौटे, तो दरवाजा खटखटाया. हालांकि सदाशिव ने कोई जवाब नहीं दिया, जिसके बाद परिजन दरवाजा तोड़कर घर में दाखिल हुए. परिजनों को सदाशिव एक कुर्सी पर मृत मिले.
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बताया जा रहा है कि सदाशिव की मौत दिल से जुड़ी बीमारी की वजह से हुई. एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जब महिला को कहीं से मदद नहीं मिली, तो उसने अपने पति के शव को कपड़े में लपेटा और ठेले में लादकर श्मशान पहुंच गई. आपको बता दें कि चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है. कोरोना वायरस के चलते लोग अपनों से भी दूरी बना रहे हैं.
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