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पेट्रो जासूसी कांड: न्यायिक हिरासत में भेजे गए पांचों आरोपी

कॉरपोरेट जासूसी मामले में मंगलवार को कोर्ट ने पांचो आरोपियों को नौ दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले की अगली सुनवाई 5 मार्च को होगी. वहीं कोर्ट ने बाद में गिरफ्तार रक्षा मंत्रालय के एक कर्मचारी को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. रक्षा मंत्रालय के कर्मचारी को कॉरपोरेट जासूसी मामले में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया था.

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इस मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं
इस मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं

कॉरपोरेट जासूसी मामले में मंगलवार को कोर्ट ने पांचो आरोपियों को नौ दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले की अगली सुनवाई 5 मार्च को होगी. वहीं कोर्ट ने बाद में गिरफ्तार रक्षा मंत्रालय के एक कर्मचारी को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. रक्षा मंत्रालय के कर्मचारी को कॉरपोरेट जासूसी मामले में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया था.

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मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट संजय खनगवाल ने रक्षा मंत्रालय के हाउस कीपिंग स्टाफ वीरेंद्र कुमार को बुधवार तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया जब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मामले में उसकी भूमिका का पता लगाने के लिए उसे हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करने का अनुरोध किया. अपराध शाखा के अधिकारियों ने अदालत से कहा कि कुमार को भारतीय रक्षा लेखा सेवा के एक ऑडिटर का पहचान पत्र कथित तौर पर चुराने और उसे मामले में आरोपी लालता प्रसाद को सौंपने के सिलसिले में सोमवार रात गिरफ्तार किया गया था.

अपराध शाखा के अधिकारियों ने कहा कि कुमार ने पहचान पत्र चुराया और इससे जाली कार्ड बनाया ताकि इसे प्रसाद को दे सके. प्रसाद इससे विभिन्न मंत्रालयों में घुसता था. सीएमएम ने पुलिस से पूछा कि क्या उसने कुमार के पास से कोई दस्तावेज बरामद किए हैं और उसकी पुलिस हिरासत की क्यों आवश्यकता है. इस पर अपराध शाखा के अधिकारियों ने कहा कि कोई इस्तावेज नहीं पाए गए हैं लेकिन यह पता लगाया जाना है कि क्या उसने इसी तरह का जाली पहचान पत्र अन्य लोगों को भी पहुंचाया या नहीं. इसके लिए उसकी हिरासत की आवश्यकता है.

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क्राइम ब्रांच ने वीरेंदर नाम के शख्स की गिरफ्तारी करके सबको चौंका दिया. क्योंकि इस शख्स पर आरोप है की इसके पास से वो संवेदनशील दस्तावेज मिले हैं जो रक्षा से संबंधित हैं. वीरेंदर की गिरफ्तारी से ये साफ हो गया कि पेट्रोलियम पॉवर और कोल के अलावा और भी मंत्रालय हो सकते हैं जो जासूसों के निशाने पर रहे हो.

साथ ही कोर्ट में पेश किये गए बाकि 5 आरोपी 5 मार्च तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे जुबिलेंट एनर्जी के सुभाष के बचाव पक्ष के वकील ने दावा किया की उनके मुवक्किल को न केवल पीटा गया बल्कि कोरे कागज पर उनके साइन भी कराये गए.

मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं जिसमें मंगलवार को कोर्ट ने ईश्वर सिंह, आसाराम, राजकुमार चौबे, शांतनु, प्रयास जैन, लालता प्रसाद, राकेश कुमार, सुभाष चंद्रा, शैलेष सक्सेना, ऋषि आनंद, विनय और केके नाइक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जबकि लोकेश और वीरेंद्र को पुलिस हिरासत में भेजा गया है.

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