देश के जिस सबसे बड़े अस्पताल में इलाज की खातिर लोग इंतजार में सालों काट देते हैं, वहां आईएएस अफसरों के कुत्तों की तीमारदारी की जाती है. AIIMS के पूर्व मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) संजीव चतुर्वेदी ने खुलासा किया है कि कुछ भ्रष्ट अफसरों ने अस्पताल में अपने कुत्तों का भी इलाज कराया.
संजीव चतुर्वेदी के नए खुलासे के बाद हड़कंप मच गया है. कुछ नेता और अधिकारी अब अपने-अपने स्तर से मामले पर सफाई देने में जुट गए हैं. जिस देश में इंसान इलाज के अभाव में तड़पते हुए दम तोड़ देता हो, उस देश के सबसे बड़े अस्पताल का यह दूसरा पहलू चौंकाने वाला है.
कहते हैं कि वक्त के साथ हालात बदल जाते हैं, उम्रभर कौन किसे याद किया करता है. एम्स के पूर्व सीवीओ संजीव चतुर्वेदी के साथ ऐसा ही हुआ. यूपीए सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय ने चतुर्वेदी को ईमानदारी का सर्टिफिकेट दिया था, लेकिन सरकार बदलते ही उसी मंत्रालय ने उन्हें 'अयोग्य' बना दिया.
गौरतलब है कि संजीव चुतर्वेदी एम्स के सीवीओ थे, जिन्हें हटाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का कहना है कि उन्हें नियमित प्रक्रिया के तहत हटाया गया है और इस पर किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए. हर्षवर्धन ने सफाई दी कि संजीव चतुर्वेदी एम्स में उस पद के योग्य नहीं थे, जो उन्हें दिया गया था.