कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी सहयोगी पार्टियों के नेताओं के दामन पर लगे दाग इतने बुरे लगते हैं कि उनके साथ मंच शेयर करने से भी परहेज करते हैं. जबकि कांग्रेस पार्टी के अंदर ही कई ऐसे नेता हैं, जिनके दामन भ्रष्टाचार के दाग में सने हुए हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि राहुल अपनी पार्टी के दागदार नेताओं को ठिकाने क्यों नहीं लगा पा रहे हैं. जबकि विपक्ष लगातार कांग्रेस के वीरभद्र सिंह से लेकर शीला दीक्षित सहित कई नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के बहाने उन्हें घेरता रहा है.
कांग्रेस के इन नेताओं के दामन पर है दाग..
नेता: वीरभद्र सिंह
आरोप: आय से अधिक संपत्ति
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला है. उन पर यूपीए सरकार में स्टील मंत्री रहते हुए 2009-2012 के दौरान 6.1 करोड़ रुपये की अतिरिक्त संपत्ति बनाने का आरोप है. इस मामले में वीरभद्र सिंह के साथ-साथ उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह, बेटे बिक्रमादित्य सिंह और बेटी अपराजिता भी आरोपी है.
इससे पहले भी वीरभद्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं. जबकि सीबीआई ने कोर्ट में 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मामले में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है. दरअसल, चंद महीने बाद हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. सूबे के 21 कांग्रेसी विधायकों ने वीरभद्र सिंह के खिलाफ बगावत कर चुके हैं और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ खड़े हैं. जबकि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हाल ही में सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वह इन हालातों में ना चुनाव लड़ेंगे ना ही पार्टी को लड़ाएंगे.
नेता: भूपिंदर सिंह हुड्डा
आरोप: किसानों की जमीन बिल्डरों को देने का आरोप
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के दामन पर कई भ्रष्टाचार के दाग लगे हुए हैं. उन पर 2007 में मानेसर के किसानों से 970 एकड़ जमीन अधिग्रहण कर डीएलफ और बाकी बिल्डरों को सस्ते दामों पर देने का आरोप है. इसके अलावा सोनिया गांधी के दामाद रोबर्ट वाड्रा लैंड डील में भी उनका नाम सामने आया था. जस्टिस ढींगरा ने अपनी रिपोर्ट में भी इस बात का जिक्र किया था. हुड्डा पर 2005 में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को पंचकूला में एक भूखंड को फिर से आवंटित करने का आरोप है.
नेता: शीला दीक्षित
आरोप: वॉटर टैंक घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला समेत कई भ्रष्टाचार के आरोप
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप हैं. इनमें वॉटर टैंक घोटाला, सीएनजी फिटनेस, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग में घोटाले का भी आरोप है.
नेता: पी. चिदंबरम
आरोप: 3,500 करोड़ रुपये की एयरसेल मैक्सिस डील में गड़बड़ी का आरोप
कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पी. चिदंबरम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने 3,500 करोड़ रुपये की एयरसेल मैक्सिस डील को बिना कैबिनेट कमेटी की अनुमति के ही मंजूरी दी थी. जबकि नियमों के मुताबिक वित्तमंत्री 600 करोड़ रुपये तक की डील को ही मंजूरी दे सकते थे.
इसके अलावा आईएनएक्स को एफआईपीबी की मंजूरी दिलाने के मामले पर गंभीर आरोप लगे थे. उनके बेटे कार्ति को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 45 करोड़ रुपए के फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) उल्लंघन मामले में भी नोटिस जारी किया था.
नेता: हरीश रावत
आरोप: बाढ़ राहत घोटाले का आरोप
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निजी शराब व्यवसायियों से करोड़ों रूपये की कथित सौदेबाजी और बाढ़ राहत घोटाले का आरोप है. रावत के सीएम रहते हुए उनकी सचिव रहे मोहम्मद शाहिद पर हुए स्टिंग आपरेशन से यह बात सामने आई थी. वहीं, उत्तराखंड के बाढ़ घोटाले को लोकसभा के रमेश पोखरियाल निशंक और अजय टामटा ने उठाया था.
नेता: दिग्विजय सिंह
आरोप: व्यापमं घोटाले के छीटें
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं. मध्य प्रदेश के सबसे चर्चित व्यापमं घोटाले में दिग्विजय सिंह का नाम आया था. सीबीआई ने अपने हलफनामे में उनके नाम का जिक्र किया था.