करीब ढाई महीने पहले दुनिया में हीरों की अब तक की सबसे बड़ी चोरी हुई थी. एक ऐसी चोरी जिसके बारे में जिसने भी सुना उसी ने दांतों तले उंगली दबा ली थी. सिर्फ तीन मिनट यानी 180 सेकेंड में दुनिया के सबसे शातिर चोरों की टोली ने दो अरब 70 करोड़ के हीरे चुरा लिए थे. ये हीरे स्विटजरलैंड के रास्ते हिंदुस्तान के सूरत शहर लाए जा रहे थे.
अब ढाई महीने बाद तीन देशों में एक साथ छापे मार कर पुलिस ने जब 33 चोरों को गिरफ्तार किया तो एक बार फिर सभी दंग रह गए. दुनिय़ा में हीरों की सबसे बड़ी चोरी के चोरों को पड़ने के लिए पूरे 78 दिनों तक दुनिया की कई पुलिस फोर्स दुनिया भर में खाक छानती रही. पर चोर भी कम होशियार नहीं थे. चोरी के हीरों में से अपना-अपना हिस्सा लेकर अलग-अलग देशों में जाकर छुप गए.
पर पुलिस ने भी हिम्मत नहीं छोड़ी. दो अरब 70 करोड़ के वो हीरो जो तराशने के लिए हिंदुस्तान के शहर सूरत लाए जा रहे थे, उसे चोरों से वापस हासिल करने के लिए पुलिस ने ज़मीन-आसमान एक कर दिया. और इसी मेहनत का नतीजा है कि सात मई को पुलिस को एक पक्की खबर मिलती है. इस खबर को सुनते ही पुलिस यूरोप के तीन देश बेल्जियम, फ्रांस और स्विटज़रलैंड में एक साथ एक ही वक्त में छापे मारती है.
तीन देशों के अलग-अलग शहरों के करीब दो सौ घरों में छापे मारे जाते हैं. 24 घंटे तक चली इस रेड में पुलिस कुल 33 लोगों को पकड़ती है. बेल्जियम से 24,स्विटज़रलैंड से 8 और फ्रांस से 1 शख्स को गिरफ्तार किया जाता है. पुलिस के मुताबिक जिस शख्स को उसने फ्रांस से गिरफ्तार किया वही दुनिया में हीरे की इस सबसे बड़ी चोरी का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड है. ब्रुसेल्स से पकड़े गए 10 लोगों का संबंध वहां के अंडरवर्ल्ड से है.
पुलिस ने गिरफ्तार चोरों के पास से चोरी के करीब-करीब सारे हीरे बरामद कर लिए हैं. दरअसल दो अरब 70 करोड़ के इन हीरों को तराशने और पालिशिंग के लिए इसे स्विटज़रलैंड के रास्ते भारत के सूरत शहर लाया जा रहा था. लेकिन उससे पहले ही चोरों ने फकत तीन मिनट में सारे हीरे उड़ा लिए थे.
यकीनन ये ऐसी चोरी है जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते. 2 अरब 70 करोड़ रुपये कीमत के हीरे 120 बक्से में रखे थे और बक्सा रखा जा रहा था रनवे पर खड़े विमान में. पर इससे पहले कि विमान उड़ पाता अचानक आठ नकाबपोश रनवे पर घुस आते हैं और फकत तीन मिनट में 2 अरब 70 करोड़ के हीरे लेकर गायब हो जाते हैं.
हमारा दावा है कि आज से पहले आपने शायद ही कभी इतनी बड़ी लूट या चोरी की इतनी बड़ी वारदात के बारे में सुना होगा. बेहद फिल्मी अंदाज़ में आठ नक़ाबपोश ब्रसल्स के जावेंतेम इंटरनेश्नल एयरपोर्ट की तमाम सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए रनवे पर पहुंचते हैं और जहाज़ उड़ने से बस कुछ मिनट पहले हीरों से भरे 120 बक्से उड़ा कर ले जाते हैं.
बस यूं समझ लीजिए कि लुटेरे आंधी की तरह आए और तूफान की तरह निकल गए. अपने मिशन को अंजाम देने के लिए उनके पास सिर्फ तीन मिनट था और इन्हीं तीन मिनटों में वो अपना काम कर गए. चोरी की ये सनसनीखेज वारदात ब्रुसेल्स के जावेंतेम एयरपोर्ट पर करीब 8 बजे हुई. उस वक्त भारत में रात के 12:30 बज रहे थे.
पुलिस के मुताबिक दुनिया में अब तक की हीरों की इस सबसे बड़ी चोरी की प्लानिंग महीनों से चल रही थी. प्लानिंग इतनी ज़बरदस्त थी कि ब्रुसेल्स इंटरनेश्नल एयरपोर्ट की पूरी सुरक्षा को तोड़ कर दर्जनों पुलिसवालों और सिक्यूरिटी गार्ड की आंखों के सामने हीरे ले उड़े और किसी को अहसास तक नहीं हुआ.
एयरपोर्ट के रनवे पर स्विट्जरलैंड के शहर ज्यूरिख जाने वाला स्विस पैसेंजर एयरक्राफ्ट उड़ान भरने के लिए तैयार खड़ा था. प्लेन में उस वक्त 20 यात्री भी सवार थे. ब्रिंक्स सिक्युरिटी एजेंसी के कर्मचारियों ने अभी जहाज़ के कार्गो में हीरों के 120 बक्से रखे ही थे कि अचानक दो कारों में सवार आठ नकाबपोश धड़धड़ाते हुए गेट तोड़कर टर्मिनल के अंदर पहुंचते हैं और रनवे पर आते ही बंदूके तान देते हैं. अभी कोई कुछ समझ पाता कि नकाबपोश लुटेरे एक भी गोली चलाए प्लेन में रखे हीरों से भरे 120 बॉक्स लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं. उन्हें वहां तक आने और जाने में कुल तीन मिनट लगे थे.
सिर्फ 180 सैकिंड में ये 8 चोर 50 मिलियन यानि 270 करोड़ के हीरे लूट कर फ़रार हो चुके थे। हीरों की हिफ़ाज़त में लगी सिक्युरिटी एजेंसी ब्रिंक्स के कर्मचारियों के मुताबिक अभी उन्होंने हीरों के बॉक्स स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख जाने वाले स्विस पैसेंजर एयरक्राफ्ट के कार्गो में लादे ही थे कि लुटेरे आ धमके. एक ने मशीनगन सिक्युरिटी एजेंसी के गार्ड्स पर तान दी और बाकियों ने हीरों से भरे बॉक्स कारों में लादने शुरू कर दिए. इसके बाद वे उसी रास्ते से दनदनाते हुए लौट गए, जिधर से आए थे.
एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक लुटेरों की साजिश फुल प्रूफ थी. जिस तरह से जिस वक्त पर लुटेरे पहुंचे उससे साफ था कि बदमाशों को हीरों के बारे में पूरी जानकारी थी. उन्होंने लूट से पहले बाकायदा एयरपोर्ट के अंदर आने-जाने की रैकी की थी और उसके बाद ही इस वारदात को अंजाम दिया.