इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2013 में बोलते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास के लिए देश में जनआंदोलन की आवश्यकता है. आज देश में केवल Act बनाएं जा रहे हैं कोई Action की बात नहीं कर रहा है. आज देश को Act की नहीं Action की जरूरत है.
इस संदर्भ में नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में एक दिलचस्प कहानी भी सुनाई. मोदी ने कहानी की शुरुआत एक दोस्त से की. कहा कि एक मित्र अपनी गाड़ी में बंदूक रखकर जंगल में शेर का शिकार करने निकल पड़े. जंगल में पहुंच कर मित्र ने गाड़ी एक जगह लगा दी.
फिर सोचा कि शेर का शिकार एकदम से होने से रहा क्योंकि वह हमारे लिए तो बैठा नहीं होगा, क्यों न तबतक सैर कर लिया जाए. मित्र सैर पर निकल पड़े. थोड़ी दूर जाने पर अचानक से शेर सामने आ गया. अब तो हमारे मित्र की बोलती बंद. बंदूक तो गाड़ी में है. अब क्या किया जाए? हमारे मित्र महोदय ने जल्दी से अपने पॉकिट में हाथ डाला और बंदूक का लाइसेंस निकालकर शेर को दिखा दिया.
कहने का तात्पर्य यह कि कोई भी घटना होती है तो सरकार कहती है कि हमने यह Act बनाया है. मेरा ख्याल है कि देश को Act की नहीं Action की जरूरत है.