हावड़ा मेंचिकित्सा में लापरवाही बरतने को लेकर कोर्ट ने एक चिकित्सक पर 20 लाख का जुर्माना ठोका है. 2012 में डॉ. शुभाशीष साधुखां ने एक किशोरी की चिकित्सा के दौरान मरीज को बेहोश करने के लिए किसी विशेषज्ञ चिकित्सक की मदद के बिना खुद एनेस्थेसिया का इंजेक्शन लगा दिया था. जिसके बाद दवा के ओवरडोज के कारण किशोरी की मौत हो गई थी. किशोरी के परिजनों ने इस बाबत कोर्ट में मामला दर्ज किया था, जिसमें डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रेसल फोरम ने चिकित्सक पर 20 लाख का जुर्माना लगाया.
परिवारवालों ने कहा कि गिरने के कारण बेटी का हाथ टूट गया था जिसके बाद आपरेशन कर हाथ में प्लेट लगा गया था. प्लेट को खुलवाने के लिए हम डॉ के पास गए थे, जिसके बाद उन्होंने ऑपरेशन करने को कहा था. ऑपरेशन के लिए भर्ती के करवाने के बाद बिना किसी सुरक्षा इंतजाम के पूरा ऑपरेशन कर दिया गया. परिवार का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण ही उनकी बेटी की मौत हुई थी.
चार साल की लंबी लड़ाई के बाद परिवार वालों को इंसाफ की किरण दिखाई दे रही है, परिवार वाले चाहते थे कि दोषी को सजा मिले लेकिन आर्थिक जुर्माने से भी हम संतुष्ट हैं. परिवारवालों ने कहा कि जुर्माने की कुछ राशि का इस्तेमाल हम समाजसेवा में भी करेंगे.